बाई आंख का फड़कना शुभ है या अशुभ?

Bai Aankh Ka Fadakna: कभी-कभी हमारी आंखें फड़कती है, जिसमें कभी बाईं आंख तो कभी दाई आंख फड़कती है। उस स्थिति में धर्म को मानने वाले या घर के बुजुर्ग हमें यह कहते हैं कि यह शुभ संकेत हैं और यह शुभ संकेत है।

Bai Aankh Ka Fadakna
Image: Bai Aankh Ka Fadakna

इसीलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि बाई आंख फड़कने का मतलब क्या होता है? (Bai Aankh Ka Fadakna) यदि आप की बाई आंख फड़क रही है तो क्या संकेत दे रही है?, क्या होने वाला है? तो आइए शुरू करते हैं।

बाई आंख का फड़कना शुभ है या अशुभ? | Bai Aankh Ka Fadakna

आंख फड़कने का धर्म के अनुसार महत्व

आमतौर पर हमें देखने को मिलता है कि लोगों की आंख फड़कने पर वे कहते हैं कि “आंख फड़क रही है अब यह होने वाला है” अब कुछ ऐसा-वैसा होने वाला है। इस तरह की बातें हमें सुनने को मिलती है। लेकिन कभी-कभी हमारी आंखें भी फड़कने लगती है तो हमें यह जान लेना चाहिए कि बाई आंख फड़कती है तो कौन से संकेत देती है? वह हमें शुभ संकेत मिल रहे हैं या अशुभ संकेत मिल रहे हैं?, इस बारे में हमारे धर्म शास्त्र क्या कहते हैं? आइए जान लेते हैं।

हमारे सनातन धर्म में ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक कार्य, प्रत्येक परिस्थिति को अनेक सारी धारणाएं और संकेत के आधार पर सूचनाओं का निर्देश दिया जाता है। यदि हमारी आंख फड़कती है तो इस बारे में भी ज्योतिष शुभ तथा अशुभ होने का संकेत देते हैं।

धर्मशास्त्र में ज्योतिष कहते हैं कि प्राचीन काल से ही लोग यह मानते आए हैं कि यदि किसी व्यक्ति की आंख फडकती है तो शुभ तथा अशुभ संकेत प्राप्त होते हैं। लेकिन आपको बता दें कि जिस आंख के फड़कने से पुरुषों को शुभ संकेत मिलते हैं, महिलाओं में वही आंख फरुकने पर अशुभ संकेत मिलते हैं।

सनातन धर्म में सदियों सदियों से ही शगुन के आधार पर अनेक सारे कार्य किए जाते आ रहे हैं। यदि हम कहीं पर जा रहे हैं और किसी को छिंक आ जाती हैं तो हम रुक जाते हैं। कहीं जाते समय बिल्ली रास्ता काट दें तब भी हम लोग रुक जाते हैं। क्योंकि उस समय धर्म शास्त्रों के अनुसार कहा गया है कि अशुभ संकेत होते हैं।

इसीलिए कुछ समय देरी कर लेते हैं या फिर कहीं पर जाने का विचार छोड़ देते हैं। इसी प्रकार जब महिला तथा पुरुष की आंख फड़कने लगती हैं तो उनका क्या संकेत होता है?, इस बात की भी जानकारी धर्म शास्त्रों में दी हुई हैं तो आइए जानते हैं।

पुरुषों की बायीं आंख का फड़कने का अर्थ

महिला तथा पुरुष दोनों के ही आंख फड़कने का अलग-अलग महत्व धर्म शास्त्रों में बताया गया है। इसमें शास्त्र कहते हैं कि आंख के फड़कने का अर्थ हमें किसी बात की और इशारा करना है, कोई संकेत देना होता है। अगर हम बात करें पुरुषों की तो पुरुषों की बाई आंख का फड़कना का अर्थ अशुभ माना जाता है। धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि यदि किसी पुरुष की बाई आंख फडकती हैं तो यह उनके लिए अशुभ संकेत हैं।

उन्हें किसी कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और खासतौर पर पुरुषों की बाई आंख फड़कने पर लड़ाई झगड़े तथा घर परिवार में आपसी संबंधों का खराब करने जैसा संकेत मिलता है।

इसके अलावा हानि हो सकती हैं, धन की कमी हो सकती हैं, कुछ अशुभ घटना घट सकती हैं। लेकिन कुल मिलाकर बात यह है कि जब पुरुषों की बाई आंख फड़कती है तो यह अशुभ संकेत मिलते हैं, उन्हें हमेशा दुख का ही सामना करना पड़ेगा, इस बात का धर्म शास्त्रों में वर्णन किया गया है, इसे ज्योतिष विस्तार से बताते हैं।

आंख फड़कने का अर्थ आगे की पुतलियां धीरे-धीरे ऊपर नीचे होती हैं, फड़कती हैं। आंख फड़कने पर वैज्ञानिकों का कहना है कि यह केवल शारीरिक गतिविधि के आधार पर होता है। इसका घटनाओं से कोई संबंध नहीं है, जबकि शास्त्रों के अनुसार आंखों का फड़कना शुभ तथा अशुभ संकेत होता है।

महिलाओं की बायीं आंख का फड़कने का अर्थ

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार महिलाओं की बाई आंख फड़कने का क्या संकेत होता है? इस बारे में जानकारी दी गई है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार ज्योतिष इस बात की जानकारी देते हैं कि जब पुरुषों की बाई आंख फड़कती है तो अशुभ संकेत मानते हैं। पुरुषों की बाई आंख फड़कने पर कुछ हानि या लड़ाई झगड़े जैसे अशुभ घटनाएं घटती हैं। ठीक उसी प्रकार महिलाओं की बाई आंख फड़कने को लेकर अलग वर्णन किया गया है।

धर्म शास्त्रों के अनुसार महिलाओं की बाई आंख फड़कना शुभ माना गया है। यदि किसी महिला की बाई आंख फड़कती है तो वे उस महिला के लिए शुभ समाचार हैं, उसे धन की प्राप्ति हो सकती हैं, पति पत्नी के बीच संबंध अच्छे हो सकते हैं, घर में सुख समृद्धि आ सकती हैं, पुरानी परेशानियां समाप्त हो सकती हैं, बिगड़े हुए काम बन सकते हैं, व्यापार में उन्नति हो सकती हैं, हमेशा खुशी से जीवनयापन कर सकते हैं, इस प्रकार के अनेक सारे संकेत महिलाओं की बाई आंख फड़कने से मिलते हैं।

बाई आंख फड़कने को लेकर विदेशी धर्मगुरु

मनुष्य की बाई आंख फड़कने को लेकर भारत और सनातन धर्म ही नहीं बल्कि चीन व अफ्रीका जैसे देशों के धर्मगुरु भी कहते हैं कि महिलाओं की बाई आंख फड़कना शुभ है। जबकि पुरुषों की बाई आंख फड़कना अशुभ है।‌

वह कहते हैं कि महिलाओं की बाई आंख फड़कने पर उन्हें अच्छे समाचार मिल सकते हैं, खुशखबरी मिल सकती है। जबकि पुरुषों की बाईं आंख फड़कने पर उन्हें दुख का सामना करना पड़ सकता है, हानि का सामना करना पड़ सकता है, लड़ाई झगड़े का सामना करना पड़ सकता है, इस प्रकार की बातें ना केवल भारत तथा सनातन धर्म के लोग बल्कि विदेशों के धर्मगुरु कहते हैं।

यह भी पढ़े: छिपकली का जमीन पर गिरना शुभ है या अशुभ?

आंख फड़कने को लेकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण

विज्ञान तथा वैज्ञानिक का अर्थ यही है कि वह किसी भी प्रकार के धर्म, शक्ति, आस्था, भक्ति तथा देवी-देवताओं को नहीं मांगना। विज्ञान और वैज्ञानिक हमेशा से ही इन सभी बातों का विरोध करते आए है, इन सभी चीजों का खंडन किया है।

आंख फड़कने को लेकर वैज्ञानिक कहते हैं कि यह शरीर की सामान्य समस्याएं हैं, जो ज्यादा देर तक आंख खुली रहने से आंख फड़कती है, थोड़ा समय आराम करें, उसके बाद आपकी आंखें अपने आप ही फड़कनी बंद हो जाएगी।

विज्ञान और वैज्ञानिकों का कहना है कि ज्यादा समय तक काम करने से या फिर एक ही जगह पर देखने से आंखों की पुतलियां पर दबाव पड़ता है। इस वजह से आंखें पडकती हैं। इसका कोई भी संकेत या सुकून से संबंध नहीं है, आंखों का फड़कना एक सामान्य बात है, एक सामान्य समस्या है, जो कभी भी किसी को भी हो सकती है।

इसीलिए आंखों के फड़कने को धर्म से जोड़ कर देखने की बजाय विश्राम करना चाहिए ताकि आंख समय ठीक हो जाए। लेकिन इन बातों का धर्म शास्त्र तथा धर्म को मानने वाले लोग खंडन करते हैं और धर्म शास्त्रों में बताई गई बातों को सही ठहराते हैं।‌ आप इन  बातों को मानते हैं या नहीं यह आपके ऊपर निर्भर करता है।

FAQ

आंख फड़कने का अर्थ क्या होता है?

आंख फड़कने का अर्थ शुभ तथा अशुभ होता है, स्त्री तथा पुरुष दोनों की, दाई एवं बाई दोनों ही आंखों का फड़कना विपरीत दिशा में संकेत प्रदान करता है।

महिलाओं की बाई आंख फड़कने का अर्थ क्या होता है?

महिलाओं की बाई आंख फड़कने का अर्थ शुभ संकेत प्रदान करना है।

पुरुषों की बाई आंख फड़कना किस बात का संकेत है?

पुरुषों की बाई आंख फड़कने से अशुभ संकेत मिलते हैं।

आंख फड़कने को लेकर विज्ञान क्या कहते हैं?

आंख फड़कने को लेकर विज्ञान कहता है कि यह सामान्य शरीर की गतिविधि है, इसका धर्म से कोई लेना देना नहीं होता है।

निष्कर्ष

सनातन धर्म के धर्म शास्त्रों में मनुष्य की बाई आंख फड़कने को लेकर विस्तार से व्याख्या की गई है, जिसमें पुरुषों के बाई आंख फड़कने को लेकर अलग व्याख्या है, जबकि महिलाओं की बाई आंख फड़कने को लेकर अलग धारणा दी गई है। यह दोनों ही अलग-अलग संकेत बयां करते हैं।‌

इसलिए आज के इस आर्टिकल में हमने आपको महिला तथा पुरुष की बाईं आंख फड़कने का क्या अर्थ होता है?, शुभ होता है या अशुभ? इस बारे में कुछ जानकारी विस्तार से बताई है।

हम उम्मीद करते हैं कि यह आर्टिकल आपको जरूर पसंद आया होगा। यदि आप को यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें तथा यदि आपका कोई प्रश्न है? तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। जल्द से जल्द हम आपके प्रश्न का उत्तर देने की कोशिश करेंगे।

यह भी पढ़े

घर में कछुए का मरना शुभ है या अशुभ?

पूजा कब नहीं करनी चाहिए? पूजा का सही समय

ब्रह्मचर्य के नुकसान, फायदे और नियम

सरसों के तेल का दीपक जलाने के फायदे और महत्व

Leave a Comment