आप में से अधिकतर लोग यह जानते ही होंगे कि ऋग्वेद के मुताबिक कालचक्र को चार युगों में चलता है, जो कि सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलयुग है और वर्तमान समय में कल युग चल रहा है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार धरती पर जब जब पाप की सीमा बढ़ती है, तब तब भगवान पाप का अंत करने के लिए धरती पर अवतार लेते हैं। हिंदू धर्म शास्त्रों में भगवान के अलग-अलग अवतार का उल्लेख किया गया है। भगवान प्राणियों को मुसीबत से बचाने के लिए अलग-अलग रूप में अवतार लेकर धरती पर जन्म लेते हैं।

भगवान श्री विष्णु ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए कई अलग-अलग अवतार धारण किए हैं और हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार वर्तमान समय यानी कि कलयुग में भी भगवान श्री विष्णु पाप का अंत करने के लिए अवतार लेंगे।
क्या आप भगवान श्री विष्णु के कलयुग अवतार के बारे में जानते हैं? यदि नही जानते हैं, तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूरी पढ़ें क्योंकि आज हम आप सभी को अपने इस आर्टिकल के माध्यम से कलयुग के भगवान कौन है? इस विषय के बारे में बताएंगे। तो आइए जानते हैं।
कलयुग के भगवान कौन है? | Kalyug Ke Bhagwan Kaun Hai
कलयुग के भगवान कौन हैं?
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि वर्तमान में कल युग चल रहा है और जब कलयुग में पाप का आतंक बढ़ेगा तब भगवान श्री कृष्ण धरती पर पाप का अंत करने के लिए अवतार लेंगे। श्रीमद्भागवत महापुराण के अंतर्गत भगवान श्री कृष्ण के सभी अवतार के बारे में विस्तार पूर्वक विवरण किया गया है। भागवत महापुराण के बारहवें स्कन्ध के द्वितीय अध्याय में भगवान के कल्कि अवतार की कथा विस्तार से दी गई है।
कलयुग में भगवान श्री कृष्ण मानव कल्याण और पाप के अंत के लिए कल्कि रूप का अवतार लेंगे और भगवान के इस अवतार को ‘निष्कलंक भगवान’ के नाम से भी जाना जायेगा।
श्रीमद्भागवत महापुराण के अंतर्गत भगवान श्री कल्कि निष्कलंक अवतार के बारे में सभी तरह कि जानकारी का वर्णन किया गया है। इसमें यह बताया गया है कि भगवान श्री कल्कि सम्भल ग्राम में रहने वाले विष्णु यश नामक एक ब्राह्मण के पुत्र के रूप में जन्म लेंगे। उनके पिता का नाम विष्णु व्यास होगा और उनकी माता का नाम सुमति होगा।
इसके अलावा भागवत पुराण में यह भी बताया गया है, कि उनके भाई जो उनसे बड़े होंगे उनका नाम सुमन्त, प्राज्ञ और कवि होगा। और उनको गुरु के रूप में याज्ञवलक्य जी पुरोहित और भगवान परशुराम से शिक्षा मिलेगी।
इसके अलावा भगवान श्री कल्कि अवतार कलयुग में दो शादी करेंगे और उनकी पत्नियों का नाम लक्ष्मी रूपी पद्मा और वैष्णवी शक्ति रूपी रमा होगा और उन्हें चार पुत्रों की प्राप्ति भी होगी जिनका नाम जय, विजय, मेघमाल और बलाहक होगा।
श्रीमद्भागवत महापुराण के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का कल्कि अवतार कलयुग और सतयुग के संधि काल में होगा। कहने का मतलब है कि जब कलयुग खत्म होगा और सत्य युग का प्रारंभ होगा तब भगवान श्री कृष्ण कल्कि रूप का अवतार लेंगे।
पुराणों के मुताबिक यह भी कहा गया है कि विष्णु भगवान का कल्कि अवतार सावन महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को होगा। और भगवान कल्कि के जन्म के समय गुरु, सूर्य और चंद्रमा एक साथ पुष्य नक्षत्र में होंगे। भगवान कृष्ण के बैकुंठ वापस जाने के बाद कलियुग शुरू हुआ था और भगवान श्री कृष्ण के कल्कि अवतार के जन्म के साथ ही सतयुग की शुरुआत होगी।
भगवान श्री कृष्ण ने कुल कितने अवतार लिए हैं?
पौराणिक कथाओं के अनुसार जब जब धरती पर पाप का आतंक बड़ा है और मनुष्य के कल्याण का समय आया है, तब तब धरती पर भगवान श्री कृष्ण ने अलग अलग रूप धारण करके मानव का कल्याण किया है और मनुष्यों को ज्ञान और मर्यादा का पाठ पढ़ाया है।
हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के सतयुग से लेकर के कलयुग तक मानव कल्याण के लिए कुल 24 अवतार के बारे में बताया गया हैं, जिसका विवरण हिंदू धर्म पुराणों में देखने को मिलता है। श्रीमद् भागवत महापुराण में भगवान श्री कृष्ण के सभी अवतारों के बारे में विस्तार से विवरण किया गया है।
सतयुग से लेकर के भगवान श्रीकृष्ण कुल 23 अवतार धारण कर चुके हैं और जो आखिरी अवतार बाकी है, वह कल्कि अवतार है, जिसे भगवान श्री कृष्ण कलयुग में मानव कल्याण और पाप का अंत करने के लिए धारण करेंगे।
भगवान श्री कृष्ण के 24वें अवतार यानी कि कल्कि अवतार के बारे में हमेने आपको ऊपर बताया है। इसके बारे में और भी विस्तार से श्रीमद् भागवत महापुराण के बारहवें स्कन्ध के द्वितीय अध्याय में बताया गया है। भगवान श्री कृष्ण का यह अवतार यानी कि कल्कि अवतार को ही कलयुग के भगवान के रूप में जाना जाता है।
निष्कर्ष
आज के समय में ऐसा माना जा रहा है, कि वर्तमान समय में कलयुग चल रहा है। कलयुग के भगवान कौन है? ( Kalyug Ke Bhagwan Kaun Hai) इसके बारे में आज के आर्टिकल मे हमने डिटेल मे जानकारी दी है। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।
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