रुद्राक्ष क्या होता है?, रुद्राक्ष पहनने के नियम, फायदे और नुकसान

Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan: आपने साधु-संतों और भगवान शिव के भक्तों को रुद्राक्ष पहनते हुए देखा होगा। रुद्राक्ष को स्वयं भगवान शिव के समान ही दर्जा दिया जाता है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 14 मुखी तक होते हैं और अलग-अलग मुखी रुद्राक्ष को अलग-अलग लाभ के लिए पहना जाता है जैसे धन प्राप्ति के मनोकामना से 12 मुखी रुद्राक्ष पहनते हैं।

वही सुख और मोक्ष एवं उन्नति पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष पहना जाता है। रुद्राक्ष बहुत ही पवित्र माला हैं। आज के समय में तो बहुत से लोग इसे फैशन की चीज मानने लगे है। गले से लेकर पांव में कहीं भी रुद्राक्ष पहन कर अपने आपको शिवभक्त समझते हैं।

Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan
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रुद्राक्ष साक्षात भगवान शंकर ही हैं। ऐसे में रुद्राक्ष को पहनने का एक नियम होता है। रुद्राक्ष के कई फायदे हैं लेकिन रुद्राक्ष को सही तरीके से ना पहना जाए और उसका अपमान किया जाए तो फिर इसका बहुत गलत प्रभाव व्यक्ति के जीवन में पड़ता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि रुद्राक्ष पहनने का क्या फायदा और नुकसान होता है तो, आप इस लेख को अंत तक पढ़ सकते हैं।

रुद्राक्ष क्या होता है?, रुद्राक्ष पहनने के नियम, फायदे और नुकसान | Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan

रुद्राक्ष क्या होता है?

वैसे तो रुद्राक्ष एक तरह का बीज है, जो ‘इलियोकार्पस गेनिट्रस’ नामक पेड़ से प्राप्त होने वाले फल से तैयार होता है। जब वह फल पक जाता है और पेड़ से नीचे गिर जाता है तब उस फल के परतो को हटाकर उसे साफ किया जाता है और इस अमूल्य और पूजनीय रुद्राक्ष को निकाला जाता है।

इस रुद्राक्ष पर बहुत सारी धारियां बनी रहती है और इन्ही धारियों को गिन कर निर्धारित किया जाता है कि रुद्राक्ष कितने मुखी का है। रुद्राक्ष भगवान शंकर का वरदान माना जाता है। इसे भगवान शिव का अंश माना जाता है। जिस कारण रुद्राक्ष का बहुत ही ज्यादा महत्व है।

पौराणिक कथाओ के अनुसार माना जाता है रुद्राक्ष शब्द प्रजापति ब्रहमा द्वारा रचित रुद्र और अक्ष इन दो शब्दों से मिलकर बनता है। इस शब्द में रुद्र का अर्थ भगवान शंकर होता है वही अक्ष का अर्थ नेत्र होता है। इस तरह रुद्राक्ष को भगवान शंकर का नेत्र से परिभाषित किया गया है। इसीलिए रुद्राक्ष को भगवान शंकर का साक्षात तीसरा नेत्र भी कहा जाता है।

बहुत शुभ तरीके से रुद्राक्ष का प्रयोग किया जाता है। माना जाता है रुद्राक्ष पहनने से हानिकारक ऊर्जा दूर रहती है और इसके इस्तेमाल से व्यक्ति के जीवन में सुख शांति आता है। हर तरह की बाधाएं टल जाती है क्योंकि रुद्राक्ष पहनने से स्वयं भोलेनाथ उस व्यक्ति के ऊपर कृपा बनाते हैं।

रुद्राक्ष धारण करने के जरूरी नियम

रुद्राक्ष बहुत ही अमूल्य और पूजनीय चीज है जिसे धारण करने से पहले इसके नियमों को जान लेना चाहिए ताकि इसका बुरा प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर ना पड़े।

रुद्राक्ष एक पवित्र वस्तु है जिस कारण इसे स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहन कर ही धारण करना चाहिए। गंदे हाथों से कभी भी रुद्राक्ष को नहीं छूना चाहिए।

रुद्राक्ष भगवान शिव का अंश माना जाता है इसीलिए साधना करते समय ओम नमः शिवाय के मंत्र का जाप करना चाहिए।

रुद्राक्ष को कभी भी काले रंग के धागे में धारण नहीं करना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। रुद्राक्ष को हमेशा पीले या लाल रंग के धागे में ही पहना जाता है।

रुद्राक्ष को कभी भी फेरबदल करके नहीं पहनना चाहिए अर्थात किसी और के रुद्राक्ष को नहीं पहनना चाहिए और ना ही अपने रुद्राक्ष को किसी और को धारण करने देना चाहिए।

रुद्राक्ष की माला में हमेशा मनको की संख्या विषम होनी चाहिए और 27  मनको से कम रुद्राक्ष कभी पहनना नहीं चाहिए।

बहुत सी स्त्रियां भी रुद्राक्ष धारण करती है। मासिक चक्र के दौरान स्त्रियों को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए।

रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को कभी भी मांस मछली का सेवन नहीं करना चाहिए और ना ही शराब का सेवन करना चाहिए।

अशुभ कार्यक्रम में जैसे कि किसी के मृत्यु से संबंधित कार्यक्रम या शोक स्थल में जाते समय रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। वहां से आने के बाद स्नान करके ही इसे धारण करना चाहिए।

रुद्राक्ष धारण के फायदे

रुद्राक्ष भगवान शिव का तीसरा नेत्र माना जाता है। यह बहुत ही पवित्र और अमूल्य वस्तु है। जिसे पहनने से भगवान शिव की अनुकंपा उस व्यक्ति पर बनी रहती है।

जो व्यक्ति रुद्राक्ष पहनता है उसके मन को शांति मिलती है और जीवन के कई बाधाएं भी टल जाती हैं।

रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति के तनाव दूर होते हैं उसकी मानसिक बीमारी भी दूर होती हैं।

यदि कोई शादीशुदा व्यक्ति रुद्राक्ष पहनता है तो उसका वैवाहिक जीवन सुखमय बन जाता है और उसके जीवन में प्रेम बढ़ने लगता है।

जो व्यक्ति रुद्राक्ष पहनता है वह अपने मस्तिष्क को नियंत्रित करने में सक्षम हो पाता है जिससे उसके मन में कभी भी नकारात्मक विचार नहीं आते।

रुद्राक्ष पहनने के नुकसान

रुद्राक्ष का गलत प्रभाव व्यक्ति के जीवन में तभी पड़ता है जब रुद्राक्ष धारण करने के नियमों का वह व्यक्ति सही से पालन नहीं करता है। जो व्यक्ति रुद्राक्ष पहनते वक्त और पहनने के बाद उसके नियमों का पालन नहीं करता उसे निम्नलिखित नुकसान झेलना पड़ सकता है:

रुद्राक्ष धारण करने के नियमों का पालन न करने से व्यक्ति पथभ्रष्ट हो जाता है।

बिना नियम का पालन किए रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति का मन अस्थिर हो जाता है।

शराबी या मांस मछली का सेवन करते वक्त रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन पर काफी बुरा असर पड़ता है।

निष्कर्ष

उपरोक्त लेख में हमने आपको रुद्राक्ष क्या होता है?, रुद्राक्ष पहनने के नियम, फायदे और नुकसान ( Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan) के बारे में बताया। रुद्राक्ष धारण करने के कुछ महत्वपूर्ण नियम है उसके बारे में भी आपने इस लेख में जाना।

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