स्त्री के बाएं छाती पर तिल होने का क्या मतलब होता है?

Stri ki Chhati Par Til Hona: आज से हजारों साल पहले भारत में बहुत सारे ऋषि-मुनियों ने जन्म लिया। उन्होंने प्रकृति और इंसान के अलग-अलग व्यक्तित्व को समझने के लिए अलग-अलग तरह के शास्त्र का निर्माण किया।

हमारे शरीर की बनावट ऐसी क्यों है। क्योंकि सी जगह पर तिल होता है, किसी जगह पर मसा होता है, उसका क्या तात्पर्य है। इसके बारे में ध्यान से अध्ययन करने के बाद हिंदू धर्म के ग्रंथों में अलग-अलग तरह की बातें लिखी गई।

समुद्र शास्त्र का निर्माण किया गया, जिसके आधार पर शरीर के अलग-अलग अंगों पर पाए जाने वाले तिल और मासा के महत्व को बताया गया और इससे लोगों के व्यक्तित्व को पहचानने का एक रास्ता मिला।

Stri ki Chhati Par Til Hona
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आपको जानकर हैरानी होगी मगर स्त्री और पुरुष के अलग-अलग अंगों पर अलग-अलग तरह के तिल और मासा होते है, जिनका अलग-अलग तात्पर्य होता है। स्त्री के बाएं छाती पर तिल होने का क्या मतलब होता है इसके बारे में आज हम चर्चा करेंगे और बताएंगे कि इस तरह के दिल से आप किसी स्त्री के किस व्यक्तित्व का अंदाजा लगा सकते हैं।

स्त्री के बाएं छाती पर तिल होने का क्या मतलब होता है? | Stri ki Chhati Par Til Hona

स्त्री के बाएं छाती पर तिल होने का क्या मतलब होता है?

स्त्री और पुरुष के छाती या अलग-अलग अंगों पर तिल और मासा हो सकता है, जिसका अलग-अलग मतलब होता है। इन तिल और मासा के आधार पर समुद्रशास्त्र में किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को समझने के बारे में जानकारी दी गई है।

इसके अलावा वास्तु शास्त्र के जरिए यह बताया गया है कि किस तरह के भगवान का आशीर्वाद इस तरह के लोगों पर होता है। इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी नीचे देते हुए हम मुख्य रूप से अगर स्त्री के बाएं छाती पर तिल होने के रहस्य के बारे में विचार करें तो पाएंगे कि यह बहुत ही शुभ माना जाता है।

स्त्री के बाएं छाती पर अगर तिल है तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह मा लक्ष्मी के आशीर्वाद की निशानी है। वहीं अगर हम समुद्र शास्त्र की अगर बात करे तो यह एक कामुक व्यक्तित्व वाले इंसान का संकेत है। अर्थात इस तरह की लड़की ज्यादा रोमांटिक होती है।

इस तरह की लड़की के दिल में बहुत सारा प्यार होता है, जो अपने जीवनसाथी को बहुत खुश रख सकती है। यह एक कामुक और खुश लड़की की निशानी है। साथ ही यह दिल इस बात का संकेत है कि यह लड़की जिस परिवार में जाएगी वहां मां लक्ष्मी का वास होगा।

किसी स्त्री के छाती के मध्य में तिल होने का मतलब

अगर किसी स्त्री के छाती के मध्य में तिल होता है तो इसका मतलब है कि वह लड़की कच्चे दिमाग की है। मतलब अपना फायदा नुकसान वह सही तरीके से नहीं सोच पाती है। यह एक उलझन में पड़े हुए भोले भाले व्यक्तित्व वाले इंसान की निशानी होती है।

अगर हम इसे शुभ अशुभ के नजरिए से देखें तो इस तरह के तेल को स्त्री के छाती पर अशुभ माना जाता है। क्योंकि इससे उसके जीवन में अलग-अलग तरह के तकलीफ आती है जैसे उसे किसी गलत आरोप में फंसाया जाएगा या उसके भोलेपन का गलत फायदा उठा लिया जाएगा।

हालांकि इस तरह के तिल या मस्से को ठीक नहीं किया जा सकता। मगर अपने व्यक्तित्व पर ध्यान दिया जा सकता है।

किसी स्त्री के छाती के दाहिनी तरफ तिल होने का मतलब

अगर आप एक ऐसी स्त्री है, जिनके छाती के दाहिनी तरफ तिल है तो इसका मतलब है कि आप एक अच्छे और शांत स्वभाव की महिला है। मगर इस दिल का तात्पर्य केवल विवाह में देरी से है अर्थात इस तरह की महिला के विवाह में काफी परेशानी आती है और उसका विवाह देर से होता है।

यह एक कामुक होने का कारण हो सकता है। मगर मुख्य रूप से इस दिल का तात्पर्य किसी का मुख व्यक्तित्व वाले व्यक्ति से नहीं है। इसका तात्पर्य विवाह में देरी होने और बहुत ही शर्मीले और शांत स्वभाव से है।

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छाती पर तिल का रहस्य

जैसा कि हमने आपको बताया कि स्त्री के छाती के अलग-अलग जगह पर तिल या मस्से होने का क्या मतलब होता है। मगर छाती पर तिल का रहस्य कई सालों से बना हुआ है।

कुछ धर्म ज्योतिष और गुरु के आधार पर तिल का महत्व शुभ और अशुभ से है, जहां कुछ गुरु और ज्योतिश छाती पर तिल को शुभ बताते है। वहीं कुछ गुरु और जूते इसे अशुभ बताते हैं, जिस वजह से छाती पर तिल का रहस्य बना हुआ है।

हमने इस बारे में जानकारी अलग-अलग ज्योतिषियों से भी हासिल की और अलग-अलग तरह के ग्रंथों में भी तिल और मस्से के रहस्य को जानने का प्रयास किया। समुद्र शास्त्र नाम के ग्रंथ के बारे में जानकारी मिली और हम यह समझ पाए कि भारत में तिल और मस्से का रहस्य बहुत साल पुराना है।

जब कुछ ऋषि-मुनियों ने तिल और मस्से के आधार पर लोगों के व्यक्तित्व को पहचानने का प्रयास किया तो अलग-अलग तरह के ग्रंथ और शास्त्र का निर्माण किया, जिसके आधार पर लोग आगे चलकर अलग-अलग तरह के अटकलें लगाने लगे।

अगर हम स्त्री के छाती पर तिल का सटीक और सीधा अर्थ जाने तो मतलब है कि इस तरह की लड़कियां बहुत ही अच्छी होती हैं। उन पर भगवान का आशीर्वाद होता है और वह अपने घर परिवार को अच्छे से संभाल पाएंगे, उनका वैवाहिक जीवन भी बहुत ही सुखद बीतेगा।

निष्कर्ष

आज के लेख में हमें आपको यह बताने का प्रयास किया कि स्त्री के छाती पर तिल होना या स्त्री के बाएं छाती पर तिल होने का क्या मतलब होता है और छाती पर तिल का रहस्य किस तरह से एक बहुत बड़ी गुड्डी के रूप में भारत में बनवाया और किस तरह लोग अलग-अलग शरीर के अंग पर पाए जाने वाले अलग-अलग तिल और मस्से का मतलब निकालते हैं और कैसे उसे शुभ और अशुभ से जोड़कर देखते है।

आज के लेख में बताई गई जानकारी को पढ़ने के बाद अगर आप तिल और मस्से को एक अलग नजरिए से देख पाए हैं, उनका शास्त्रों में उल्लेख समझ पाए हैं और किस तरह से इसका तात्पर्य क्या होता है। इसे भी जान पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ भी साझा करें। साथ ही किसी अन्य अंग पर अगर आप तिल और मस्से का रहस्य जानना चाहते हैं तो कमेंट करके उसके बारे में अवश्य पूछे।

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