51 शक्तिपीठ के नाम और जगह

51 Shakti Peeth Name in Hindi: हमारे हिंदू धर्म में जिस प्रकार से भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंग का वर्णन सुनने और पढ़ने को मिलता है ठीक उसी प्रकार से माता सती या फिर मां पार्वती के भी 51 शक्ति पीठ है।

माता दुर्गा के अलग-अलग 51 शक्तिपीठों की अलग-अलग मान्यताएं हैं और इतना ही नहीं यदि इन शक्तिपीठों का दर्शन कर लिया जाएं तो आपको भाव बाधा, नाना प्रकार की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

51 Shakti Peeth Name in Hindi
Image: 51 Shakti Peeth Name in Hindi

आज के इस महत्वपूर्ण लेख के जरिए हम आप सभी लोगों को 51 शक्ति पीठ के नाम एवं वह कहां पर स्थित है? के बारे में कंप्लीट जानकारी प्रदान करेंगे।

यदि आपने अभी तक 51 शक्तिपीठों के बारे में कहीं पर भी विस्तार पूर्वक से जानकारी नहीं पड़ी है तो आज आप हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरुआत से लेकर अंतिम तक ध्यान पूर्वक से जरूर पढ़ें और लेख में दी गई जानकारी को बिल्कुल भी मिस ना करें।

Contents

51 शक्तिपीठ के नाम और जगह | 51 Shakti Peeth Name in Hindi

शक्तिपीठ किसे कहते है?

शक्तिपीठ का तात्पर्य मां दुर्गा से जुड़ा हुआ होता है क्योंकि शक्तिपीठ में अर्थात मां दुर्गा या पार्वती जी का पूजा होती है। मैया सती के शरीर से सभी अंग श्री विष्णु जी के सुदर्शन चक्र से कट जाने के कारण उनका वह अंग पृथ्वी पर गिर पड़ा और उस स्थान का नाम शक्तिपीठ पड़ गया इसी को हम शक्तिपीठ कहते हैं।

अगर आपको शक्ति पीठ से संबंधित और भी ज्यादा जानकारी चाहिए, तो ऐसे में आप हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को शुरू से अंत तक अवश्य करें। ताकि आपको हमारा याद एक समझ में आ सके और कहीं पर भी भटकने की आवश्यकता बिल्कुल भी ना पड़े।

51 शक्ति पीठ के नाम

अभी-अभी आपने ऊपर शक्तिपीठ किसे कहते हैं? इस विषय पर जानकारी हासिल की हम आपको नीचे 51 शक्तिपीठ के नाम और शक्तिपीठ पहुंचने का स्थान के बारे में नीचे बताया हुआ है, जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से समझ सकते हो और किसी व्यक्ति को शक्तिपीठ संबंधित जानकारी दे सकते हो।

1.कालीपीठ

कालीपीठ एक माता का नाम है। इस स्थान पर माता का बाएं पैर का अंगूठा कट कर गिर पड़ा जिसके आना कारण उस स्थान का नाम कालीपीठ पड़ गया।

कालीपीठ कैसे जाएं?

अगर आप कालीपीठ घूमना चाहते हो तो ऐसे में आपको यहां पर जहाज या फिर ट्रेन से जाना होगा क्योंकि यह स्थान बहुत ही दूर माना जाता है। इस स्थान पर आप अपने साधन से नहीं जा सकते हो। इस तरीके से आप कालीपीठ घूम सकते हो।

कालीपीठ स्थान

कालीपीठ एक ऐसा स्थान है जो कि बहुत ही ज्यादा पॉपुलर है। कालीपीठ कोलकाता में स्थित है। इस स्थान पर लोग बहुत ही ज्यादा लोग घूमने के लिए जाते हैं क्योंकि स्थान पर माता का अंगूठा कट कर गिरा हुआ है।

2.कामगिरी

कामगिरी स्थान पर मां दुर्गा का योनि भाग गिरा हुआ है। कामगिरी स्थान पर लोग बहुत ही दूर दूर से पूजा करने के लिए आते हैं यहां के लोग मानते हैं कि जो लोग सच्चे मन से स्थान पर आकर पूजा करता है उसकी वह इच्छा पूरी हो जाती हैं।

कामगिरि कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप कमगिरी के दरबार में घूमने के लिए जाना पसंद करते हो तो यहां पर आपको ट्रेन से जाना होगा क्योंकि यह स्थान बहुत ही दूर होता है और आप इस तरीके से इस स्थान पर जा सकते हो।

कामगिरी स्थान

दोस्तों यह स्थान असम की राजधानी में पड़ता है हमारे गाने का यह मतलब है कि यह स्थान गुवाहाटी में पड़ता है और यह स्थान हमारे भारत से काफी दूर माना जाता है इस तरीके से आप स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

3. तारा तेरणी

दोस्तों तारा  तेरणी मंदिर में माता का स्तन गिरा हुआ था और यह स्थान हमारे भारत में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस स्थान पर लोक पूजा करने के लिए आते हैं यह स्थान पहाड़ी क्षेत्रों में पड़ता हैं।

तारा तेरणी  कैसे जाएं

दोस्तों अगर आपको इस स्थान पर घूमना अच्छा लगता है तो ऐसे में आप इस स्थान पर घूमने के लिए ट्रेन से जाना होगा क्योंकि यह स्थान पहाड़ों के बीच में होता है इस तरीके से आप घूमने के लिए जा सकते हो।

तारा तेरणी स्थान

दोस्तों यह स्थान ब्रह्मपुत्र मंदिर और भुनेश्वरी मंदिर के नजदीक जो रेलवे स्टेशन पड़ता है वहीं पर यह स्थान स्थित है इस स्थान पर आपको बहुत ही नई नई चीजे देखने को मिल जाती है इस स्थान पर आपको देवी मां से संबंधित बहुत कुछ जानकारी भी मिल सकती है क्योंकि यहां पर बहुत ही पहले के बुजुर्ग लोग अभी भी रहते है इस तरीके से इसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

4. विमला शक्तिपीठ

दोस्तों शक्तिपीठ मंदिर ने पूजा करने के लिए बस हिंदू धर्म के ही लोग जाते हैं इस स्थान पर जो भी लोग रहते हैं उन लोगों का कहना है कि इस स्थान पर माता का पैर कट कर गिरा हुआ था इसलिए इस स्थान का नाम विमला शक्तिपीठ रख दिया गया हैं।

विमला शक्तिपीठ कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना चाहते हो तो यह स्थान बहुत ही छोटा होता है इस स्थान पर आप अपने साधन से बहुत ही आसानी से घूम सकते हो इस स्थान पर आपको अच्छी-अच्छी चीजें देखने को मिल जाती है इस तरीके से आप ना शक्तिपीठ जा सकते हो।

विमला शक्तिपीठ स्थान

दोस्तों यह स्थान उड़ीसा राज्य में पड़ता है इस स्थान पर आपको जगन्नाथ मंदिर भी देखने को मिल जाती है विमला शक्तिपीठ स्थान उड़ीसा राज्य के अंदर पड़ता है और यहां 56 किलोमीटर उड़ीसा राज्य के अंदर स्थित है इसीलिए आप इस स्थान पर घूमने के लिए जब भी जाएं अपने साधन से ही जाएं इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

5. किरीट विमला

दोस्तों अगर आप इस मंदिर पर घूमने के लिए चाहते हो तो इस मंदिर पर आपको ज्यादा चीजें देखने को नहीं मिलती है इस स्थान के रहने वाले लोगों का यह मानना है कि इस स्थान पर माता का सर काट कर गिरा हुआ था इसीलिए इस स्थान का नाम किरीट विमला रखा गया इस स्थान पर माता का सर देखने के लिए बहुत ही दूर दूर से आते हैं इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

किरीट विमला कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना चाहते हो तो आपको इस स्थान पर ट्रेन या फिर जहां से जाना होगा क्योंकि कोलकाता के मुर्शिदाबाद गांव में पड़ता है यह स्थान हमारे राज्य से करीब 239 किलोमीटर दूर पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

किरीट विमला स्थान

दोस्तों अगर आपको इस स्थान पर घूमना बहुत ही पसंद लगता है तो ऐसे में आप इंटरनेट के जरिए संस्थान का पता कर सकते हो यह स्थान कोलकाता के मुर्शिदाबाद गांव में पड़ता है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

6. वृंदावन उमा

दोस्तों बृंदावन गांव के बारे में लगभग सभी लोगों को मालूम होगा क्योंकि इस स्थान पर कृष्ण भगवान का जन्म हुआ था यह स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र माना जाता है ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस स्थान पर माता का बाल गिरा हुआ था इस तरीके से आप गांव के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

वृंदावन कैसे जाएं

दोस्तों हमारे भारत में लगभग 70% किस भगवान की पूजा करते हैं इसीलिए वह लोग गर्मियों की छुट्टी में इस स्थान पर घूमना बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं इस स्थान पर आपको कृष्ण भगवान के बारे में बहुत ही ज्यादा जानकारी मिल जाती है क्योंकि कृष्ण भगवान का जन्म किस स्थान पर हुआ था इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

वृंदावन स्थान

दोस्तों अगर आप वृंदावन जाना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में वृंदावन स्थान पड़ता है इस स्थान के बारे में लगभग सभी लोगों की जानकारी होगी इस तरीके से आप इनके बारे में जानकारी एकत्रित कर सकते हो।

7. करवीरपुर या शिवहरकर

दोस्तों इस स्थान पर माता की आंखें गिरी हुई थी यह स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र माना जाता है क्योंकि इस स्थान पर काल भैरव की भी पूजा की जाती है वहां के लोगों का यह मानना है कि जो लोग सच्चे मन से इस स्थान पर पूजा करने के लिए आते हैं उनकी इच्छा बहुत ही जल्दी पूरी जाती है।

करवीरपुर कैसे घूमे

दोस्तों अगर आपको इस स्थान पर घूमना है परंतु आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि इस स्थान पर कैसे घुमा जाए तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह क्षेत्र बहुत ही बड़ा है किस स्थान पर आप वायु मार्ग के द्वारा जा सकती हो हमारे कहने का यह मतलब है कि इस स्थान पर लोग जहाज से जाते हैं इस तरीके से इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

करवीरपुर स्थान

दोस्तों यह स्थान महाराष्ट्र के कोल्हापुर गांव में स्थित है कोल्हापुर गांव में सड़क और रेलवे की सुविधा बहुत ही अच्छे तरीके से मिल जाती है अगर आप इस स्थान पर घूमना जाते हो तो ऐसे में आप जहाज से उतर कर इन साधनों का उपयोग करके बहुत ही आसानी से उस स्थान पर पहुंच सकते हो इस तरीके से इस स्थान पर जाया जाता हैं।

8. श्री पर्वत श्री सुंदरी

दोस्तों यह स्थान इसलिए बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है क्योंकि इस स्थान पर माता की दाएं पैर की पायल गिरी हुई थी और यह स्थान बहुत ही सुंदर माना जाता है क्योंकि यह स्थान  सुनारहा होता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

श्री पर्वत कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप श्री पर्वत घूमना चाहते हो तो ऐसे में आप जुलाई से सितंबर के बीच में ही इस स्थान पर घूमने के लिए जाएं क्योंकि वहां पर जो लोग जुलाई से सितंबर के बीच चले जाते हैं उनकी इच्छा बहुत ही जल्दी पूरी हो जाती है क्योंकि वहां के लोगों का यह कहना है कि माता के दाएं पैर की पायल इसी माह के बीच में गिरी हुई थी इस स्थान पर आप ट्रेन से जा सकते हो इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

श्री पर्वत स्थान

दोस्तों यह स्थान हमारे राज्य से करीब 700 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर है यह स्थान कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में पड़ता है इस स्थान पर चारों तरफ पहाड़ी देखने को मिलते है इस स्थान पर जाना बहुत ही कठिन होता है इस तरीके से आपसे पर्वत स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

9. वाराणसी विशालाक्षी

दोस्तों इस स्थान पर माता की कान की बाली हुई थी इसीलिए स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र माना जाता है स्थान पर आप साल में करीब 10 से 12 बार बोलोगे क्योंकि स्थान हमारे राज्य में ही पड़ता है इस स्थान पर आप बहुत ही अच्छी अच्छी चीजें देखने को मिल जाती हैं जैसे मंदिर, गार्डन, चिड़ियाघर इतिहास चीज बहुत ही आसानी से देख सकते हो।

वाराणसी विशालाक्षी कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना बहुत ही ज्यादा पसंद करते हो तो ऐसे में आप इस स्थान पर बहुत ही आसानी से जा सकते हो क्योंकि यह स्थान हमारे यहां से करीब 20 से 25 किलोमीटर के अंदर में पड़ता है इस स्थान पर आप बाइक मोटर कार और बस इत्यादि चीजों से पहुंच सकते हो।

वाराणसी विशालाक्षी राजस्थान

दोस्तों अगर आप किस स्थान पर घूमने के लिए आते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्थान उत्तर प्रदेश राज्य के काशी गांव में पड़ता है इस स्थान पर आपको मां गंगा का भी दर्शन हो सकता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

10. सर्वेशेल या गोदावरी तीर

दोस्तों इस स्थान पर विष्णु जी के सुदर्शन चक्र के कारण माता के गाल कट कर गिर गई थी और यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस स्थान के दर्शन करने के लिए आपको बहुत ही लंबी लंबी लाइनों में खड़ी होनी पड़ती है इस स्थान पर बहुत ही ज्यादा खतरा होता है क्योंकि यह पहाड़ों के बीच होता है इस तरीके से आप स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

सर्वेशेल स्थान कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना पसंद करते हो तो इस स्थान पर आप बहुत ही आसानी से घूम सकते हो इस स्थान पर आप हवाई जहाज के जरिए बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो यह स्थान हमारे यूपी से लगभग 1800 किलोमीटर दूर हैं।

सर्वेशेल स्थान

दोस्तों इस स्थान के बारे में जाने से पहले सबसे पहले आप यह जान लें कि इस स्थान पर बहुत ही ज्यादा चोरी होती है इसीलिए इस स्थान पर जान जाने की नौबत बहुत ही ज्यादा होती है इसीलिए आप इस स्थान पर जाने से पहले सुरक्षा लेने यह स्थान आंध्र प्रदेश में पड़ता है और आंध्र प्रदेश के बारे में आपको तो बहुत कुछ जानकारी होगी इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

11. वीरजा

दोस्तों इस स्थान के बारे में हम आपको सही से जानकारी नहीं दे पाएंगे क्योंकि यह स्थान किस लिए प्रसिद्ध है इसके बारे में हमारे भारत में किसी को मालूम नहीं है परंतु इस स्थान पर ऐसा माना जाता है कि यहां पर माता की नाभि गिरी हुई हैं।

विरजा कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप वीजा घूमना चाहते हो तो ऐसे में आप सबसे पहले ट्रेन पकड़ कर जाजपुर में उतर जाएं और वहां से बस पकड़ कर आजा पहुंच सकते हो स्थान ज्यादा प्रसिद्ध नहीं है राज्य के बारे में लगभग 30 परसेंट लोगों को ही जानकारी होगी।

विरजा स्थान

दोस्तों अगर आप क्या सोच रहे हो कि यह स्थान कहां पर स्थित है तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि यह स्थान कोलकाता के भुनेश्वरी मंदिर के पास में स्थित है इस स्थान पर आप बस रेलवे और जहाज के जरिए बहुत ही आसानी से जा सकते हो इस तरीके से आप जगह पर घूम सकते हो।

12. मानसा

दोस्तों इस स्थान पर विष्णु जी के सुदर्शन चक्र चलने के कारण माता के दाया हाथ कट कर गिरा हुआ है और वहां के लोगों का यह कहना है कि जो लोग यहां पर अगरबत्ती से पूजा करने के लिए आते हैं और कोई भी मानवता अर्थात भेट मांगते हो तो बहुत ही आसानी से इस स्थान पर पूरा हो जाता है।

मानसा कैसे घूमे

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह हफ्ते में दो से तीन बारी खुला रहता है इस स्थान पर आप बस से बहुत ही आसानी से जा सकते हो क्योंकि इस स्थान पर ट्रेन से जाने के लिए सुविधा नहीं होती है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

मानसा स्थान

दोस्तों बुजुर्गों का कहना है कि इस स्थान पर हमेशा में एक बार जरूर जाना चाहिए क्योंकि यह स्थान सरोवर में पड़ता है हमारे कहने का यह मतलब है कि यह स्थान तिब्बत में स्थित मानसरोवर में पड़ता है इसीलिए इस स्थान का नाम शक्तिपीठ रखा गया है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।

13. नेपाल महामाया

दोस्तों इस स्थान पर माता का दोनों घुटने गिरे हुए थे परंतु इस स्थान पर कितने लोगों का कहना है कि यहां पर माता की हाथों की उंगलियां भी गिरी थी इसलिए हम आपको इस स्थान पर सही जानकारी नहीं दे पाएंगे ऐसे में आप इंटरनेट का उपयोग कर सकते हो अगर आप गूगल पर स्थान के बारे में जानकारी पूछते हो तो गूगल आपको आसानी से आपका जवाब दे देगा।

नेपाल महामाया कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर आप बहुत ही आसानी से और कई तरीकों से जा सकते हो क्योंकि यहां पर आपको हर एक चीज की सुविधा मिल जाती है जैसे बस ट्रेन इत्यादि इन माध्यमों के जरिए आप बहुत ही आसानी से स्थान पर पहुंच सकते हो।

नेपाल महामाया स्थान

दोस्तों इस स्थान पर आप घूमने के लिए बस से जा सकते हो लेकिन आपको यह पता होना चाहिए कि यह स्थान कहां पर पड़ता है ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्थान नेपाल की बड़े शहर में पढ़ते हैं।

14. हिंगलाज

दोस्तों इस स्थान पर आपको माता का सर देखने को मिल जाता है क्योंकि विष्णु जी ने सुदर्शन चक्र चलाने के कारण मां का सर शरीर से अलग हो जाने के कारण यह पृथ्वी पर गिर पड़ा और उस स्थान का नाम हिंगलाज पड़ गया इसीलिए इस स्थान का नाम शक्तिपीठ में जोड़ा जाता हैं।

हिंगलाज कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप शाम को जाना चाहते हो ऐसी जानकारी के लिए यह बताने की कराची में 125 किलोमीटर दूर स्थित है इस स्थान पर आप बस ट्रेन हवाई जहाज से आसानी से पहुंच सकते हो इस तरीके के बारे में जान सकते हो।

हिंगलाज स्थान

दोस्तों इस स्थान पर हिंदू धर्म के लोग बहुत ही कम ज्यादा पसंद करते है क्योंकि यह राज्य पाकिस्तान में पड़ता है इसीलिए वहां पर जाना लोग बहुत ही कम पसंद करते हैं इस राज्य में जाना खतरा ही होता है क्योंकि यहां पर पाकिस्तानी लोग हिंदुओं पर आक्रमण भी कर देते है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

15. सुगंधा सुनंदा

दोस्तों इस स्थान पर माता का नासिका गिरा हुआ है अगर आप बायोलॉजी के स्टूडेंट हो तो ऐसे मैं आपको नासिका के बारे में जानकारी होगा दोस्तों अगर आपके शरीर से नासिका निकाल दिया जाता है तो आपका जीवन खत्म हो जाएगा इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

सुगंधा कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना चाहते हो तो ऐसे में आपको जल वायु मार्ग से जाना होगा क्योंकि इस स्थान पर समुंदर के बीच से होगा जाना होता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

सुगंधा स्थान

अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना पसंद करते हो परंतु आपको यही नहीं पता होगा कि यह स्थान पड़ता कहां पर है तो ऐसे में आना भी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्थान बांग्लादेश के शिकारपुर 20 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

16. कश्मीर महामाया

दोस्तों यह स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र मानी जाती है क्योंकि इस स्थान पर माता की पूजा की जाती है इस स्थान पर माता का कंठ गिरा हुआ है अगर आप इस स्थान पर जाते हो तो इस स्थान पर आपको बहुत ही नई नई चीजें देखने को मिल जाती है जिसे देखने के बाद आपको बहुत ही अच्छा लगता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

कश्मीर महामाया कैसे जाएं

दोस्तों अगर आपको इस स्थान पर घूमने के लिए जाना है तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस स्थान को जाना बहुत ही कठिन होता है क्योंकि यहां की सड़कें बहुत ही टूटी फूटी होते है और ऐसे में अगर आप दूसरे तरीके से जाना चाहते हो तो आप श्रीनगर हवाई अड्डे का इस्तेमाल करके इस स्थान से कश्मीर महामाया हो सकते हो।

कश्मीर महामाया स्थान

दोस्तों अगर आप कश्मीर महामाया जाना चाहते हो तो यह स्थान जम्मू और कश्मीर में पड़ता है इस स्थान पर आपको जाने के बाद बहुत ही कंफर्टेबल महसूस होगा खासकर आप गर्मियों के मौसम में जाते हो तो वहां पर आपको बहुत ही ज्यादा ठंडी लगेगी इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

17. ज्वालामुखी

दोस्तों ज्वालामुखी शक्तिपीठ का नाम है जो कि बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस स्थान पर माता की जीभ कट कर गिरी हुई है इसीलिए इस स्थान का नाम ज्वालामुखी शक्तिपीठ रखा गया हैं।

ज्वालामुखी कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप ज्वालामुखी घूमना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए यह बता देंगे इस स्थान पर लोग घूमना बहुत ही कम पसंद करते हैं क्योंकि यह स्थान ज्वालामुखी से भरा होता है इस स्थान पर आप केवल जहाज से जा सकते हो।

ज्वालामुखी स्थान

दोस्तों या स्थान हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पड़ता है यह स्थान हमारे उत्तर प्रदेश से शहर से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस स्थान पर आपको बहुत ही नई नई चीजें देखने को मिल जाती हैं इस स्थान पर आप देहरादून,दिल्ली, मनाली इत्यादि चीजों को घूमते हुए ज्वालामुखी जाओगे।

18. जालंधर

दोस्तों इस स्थान के बारे में हम आपको सही जानकारी नहीं दे पाएंगे ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि अगर आप इस स्थान के बारे में इंटरनेट का प्रयोग करते हो तो आपको बहुत ही आसानी से इस विषय पर आपको ज्यादा जानकारी मिल जाएगी इस स्थान पर माता का बाया ( स्तन) मच गिरा हुआ था।

जालंधर कैसे जाएं

अगर आप जालंधर घूमने के लिए जाना चाहते हो तो इस स्थान पर आप किसी भी साधन से जा सकती हूं क्योंकि इस स्थान पर आपको लगभग सभी साधन घूमने के लिए मिल जाती हैं।

जालंधर स्थान

दोस्तों यह स्थान पंजाब में पड़ता है स्थान पर जालंधर देवी की तलाब देखने को मिल जाता है यह स्थान बहुत ज्यादा पॉपुलर है यहां पर लोग स्नान करने के लिए बहुत ही दूर दूर से आते है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

19. वेदनाथ

दोस्तों इस स्थान पर माता के साथ-साथ काल भैरव जी की भी पूजा की जाती है वेदनाथ गांव के बारे में लगभग सभी लोगों को पता होगा क्योंकि इस स्थान पर माता का ह्रदय गिरा हुआ है और यह स्थान भारत में पड़ता हैं।

वेदनाथ कैसे जाएं

वेरना जाने के लिए सबसे पहले आपको देवघर स्टेशन पर जाना होगा जब आप इस स्टेशन पर से जाते हो तो आपको 7 किलोमीटर आगे जाकर उतर जाना है इस तरीके से वेदनाथ जा सकते हो।

वेदनाथ स्थान

दोस्तों यह स्थान झारखंड में पड़ता है और भारत में जितने भी लोग रहते हैं उन लोगों में से लगभग 70 परसेंट लोगों को झारखंड राज्य के बारे में पता होगा क्योंकि अक्सर छात्रों से झारखंड के बारे में बहुत कुछ पूछा जाता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

20. गंडकी

दोस्तों एक गंडकी की एक गांव का नाम है और इस स्थान पर माता का नाश्ता किया गंडा स्थल गिरा हुआ है यह स्थान देवघर या देवताओं की पूजा करने का घर माना जाता है इस स्थान पर खासकर छोटे बच्चे की मन्नत मांगी जाती है अगर इस स्थान पर कोई छोटा बच्चा बीमार होकर आता है तो कुछ ही दिन बाद वह बच्चा सही अर्थात ठीक हो जाता हैं।

गंडकी कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप गंडकी जाना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि इस स्थान पर आप बस ट्रेन और हवाई जहाज से भी जा सकते हो इस स्थान पर आपको हर एक चीज की सुविधा मिल जाती है इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

गंडकी स्थान

दोस्तों गंडकी राज में आपको पोखरे अत्यधिक देखने से मिल जाते हैं इस राज्य में आपको कई चीजें देखने को मिल जाते हैं यह स्थान नेपाल में पड़ता है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

21. बहुला

दोस्तों यह स्थान बहुत ही ज्यादा शुद्ध होता है क्योंकि इस स्थान पर माताओं की पूजा की जाती हैं इस स्थान पर माता का बाया हाथ कट कर गिरा हुआ है इस स्थान पर देवी और देवताओं दोनों लोग की पूजा की जाती है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

बहुला कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप बांग्ला जाना चाहते हो तो ऐसे मैं आपको अपनी ही साधन से जाना होगा या फिर अब किसी हवाई अड्डे पर से भुला जा सकते हो अगर आप अपने साधन से बोला घूमने के लिए जाते हो तो आप बहुत ही कम समय में पूरा जगह घूम लोगे क्योंकि यहां पर पहले से कोई साधन नहीं होता है इस तरीके से इस स्थान पर घूम सकते हो।

बहुला स्थान

दोस्तों बहुला स्थान बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है क्योंकि यहां पर सुभाष चंद्र बोस द्वारा बनाया गया एक हवाई अड्डा उपस्थित है अगर आप यहां से बहुला के लिए यात्रा करते हो तो आप बहुत आसानी से बहुला पहुंच सकते हो बहुला स्थान बंगाल में स्थित हैं।

22. उज्जयिनी

दोस्तों यह स्थान शक्तिपीठ में माना जाता है क्योंकि विष्णु जी ने जब सुदर्शन चक्र चलाया था तो माता के सभी शरीर के अंग अलग हो चुके थे उनमें से एक अंग यानी कि माता की दाईं कलाई कटकर इस स्थान पर गिर गई है इसीलिए होती चली जा रही हैं।

उज्जयिनी कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर ट्रेन की मदद से घूमना चाहते हो तो आप गलत सोच रहे हो क्योंकि इस स्थान पर केवल आप हवाई अड्डे की जरिया ही पहुंच सकते हो क्योंकि यह स्थान यूपी से बहुत ही दूर होता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो और पहुंच सकते हो।

उज्जयिनी स्थान

दोस्तों यह स्थान बहुत ही दूर है परंतु अगर आप बहुला घूमने के लिए जाते हो तो वहां से बहुत से नजदीक माना जाता है बहुला से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर पर यह स्थान पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

23. त्रिपुरा

दोस्तों यह स्थान शक्तिपीठ मैं होता है यह स्थान बहुत ही ज्यादा शुद्ध होती है इस स्थान पर माता का दाया पर कट कर गिरा हुआ है इस स्थान पर लोग दूर-दूर से पूजा करने के लिए आते हैं इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

त्रिपुरा कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप त्रिपुरा घूमना चाहते हो तो ऐसे में आपको ट्रेन बस इत्यादि की मदद लेनी होगी आपको इस स्थान पर जाने के लिए कुछ दूरी ट्रेन से यात्रा करना होता है और कुछ दूरी बस से तभी जाकर आ त्रिपुरा पहुंच सकते हो।

त्रिपुरा स्थान

दोस्तों त्रिपुरा स्थान त्रिपुरा में ही पड़ता है और इस स्थान मैं शक्तिपीठ जाने के लिए आपको उदयपुर के निकट राधाकिशोरपुर गांव में जाना होगा तभी जाकर आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो स्थान अगरतला से 140 किलोमीटर दूर है अगर आप 140 किलोमीटर की सफलता है कर लेते हो तब जाकर आपको त्रिपुरा स्थान देखने को मिल जाता है इस तरीके से आप इस स्थान पर जा सकते हो।

24. चट्टल भवानी

दोस्तों वेदों में यह बताया जाता है कि यह स्थान बहुत ही पवित्र है और वेदों में यह भी बताया गया है कि इस स्थान पर माता की दया भुजा कटकर गिरी हुई है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

चट्टल भवानी कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप चद्दर भवानी घूमना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें किस स्थान पर आप अपने साधन से बहुत ही आसानी से घूम सकते हो इस स्थान पर जाने में केवल आपको 6 से 7 घंटे लगते हैं इस स्थान पर अपने साधन के साथ-साथ ट्रेन और बस के माध्यम से भी जा सकते हो।

चट्टर भवानी स्थान

दोस्तों या स्थान बांग्लादेश के चिट्ठागौग गांव के चंद्र नाथ पर्वत शिखर की तरफ पड़ता है इस स्थान पर आप मात्र 6 घंटे से 7 घंटे के बीच में पहुंच जाते हो इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

25. त्रिस्रोता

दोस्तों यह स्थान बहुत ही पवित्र है क्योंकि इस स्थान पर माता का बाया पैर सुदर्शन चक्र से कट जाने के कारण इस स्थान पर गिरा हुआ है इसीलिए इस स्थान पर बहुत ही ज्यादा पूजा होती है अगर आपको स्थान के बारे में और भी ज्यादा जानकारी चाहिए तो ऐसे में आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हो।

त्रिस्रोता कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर लोग अपने साधन से जाना पसंद करते हैं क्योंकि यहां पर जाने के लिए आपको रास्ते में बहुत ही कम बस या रिक्शा देखने को मिलती है और इस स्थान पर आपको ट्रेन की सुविधा भी नहीं मिलती है इसीलिए लोग इस स्थान पर अपने साधन से जाना पसंद करते हैं।

त्रिस्रोता स्थान

दोस्तों यह स्थान बंगाल के बाड़ी गांव में पड़ता है इस स्थान को लोग बहुत ही दूर दूर से सफर करने के लिए आते हैं इस स्थान पर माता जी की बाया पर गिर जाने के कारण लोग उनके पैरों को छूकर आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं इसीलिए इस मंदिर को बहुत ही ज्यादा पवित्र मानी जाती है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

26. प्रयाग ललिता

दोस्तों प्रयागराज का प्राचीन नाम इलाहाबाद है इलाहाबाद में संगम तट के किनारे पर माता की हाथ की उंगली कट कर गिरी हुई है इसीलिए इस स्थान को बहुत ही ज्यादा शुद्ध माना जाता है इस स्थान का दूसरा नाम ललिता है इसीलिए इस स्थान को शक्तिपीठ से जोड़ा जाता है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

प्रयाग ललिता कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर आप अपने साधन से भी बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो क्योंकि इस स्थान पर 5 से 6 घंटे में बहुत ही आसानी से सकते हो इस स्थान पर आप को नहाने की सुविधा बहुत ही आसानी से मिल जाती है इस तरीके से इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

प्रयाग ललिता अस्थान

दोस्तों यह स्थान उत्तर प्रदेश राज्य में ही पड़ता है इलाहाबाद को लगभग सभी लोग जानते होंगे क्योंकि इस स्थान पर बहुत ही बड़े मेले लगते हैं यह स्थान 400 से 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है

27. जयंती

दोस्तों यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रचलित नहीं है क्योंकि इस स्थान पर देवी मां की बाई स्थित है और यह स्थान पहाड़ी इलाका माना जाता है इस स्थान पर जाने पर आपको केवल चारों तरफ पानी देखने को मिलते है और इसी कारण इस मंदिर का नाम जयंती रखा गया हैं।

जयंती कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाना पसंद करते हो तो ऐसे में आप ट्रेन से इस स्थान पर जा सकते हो।

जयंती स्थान

यह जयंती मेघालय के पूर्वी भारत में स्थित है और यह पहाड़ी इलाकों में स्थित है अगर आप यहां जाना पसंद करते हो तो ऐसे में यह यूपी से 53 किलोमीटर दूर है इस स्थान पर देवी माता के साथ-साथ काल भैरव जी का भी पूजा किया जाता है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

28. युगाघा

दोस्तों यह शक्तिपीठ ज्यादा पापुलर नहीं है क्योंकि यह बहुत ही छोटा स्थान है इस स्थान पर माता का अंगूठा गिरा हुआ है इस पर आप घूमने के लिए जाते हो तो इस स्थान पर छोटी छोटी चीजें देखने को मिलती है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

युगाघा कैसे जाएं

दोस्तों अगर आपके पास खुद की साधन है तो इस स्थान पर आप खुद के साधन से बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो क्योंकि यह स्थान 32 किलोमीटर दूर यूपी से है यह स्थान बहुत ही ज्यादा पॉपुलर है इस स्थान पर हर एक चीज की सुविधा मिलती है जैसे ट्रेन और बस इत्यादि चीज के माध्यम से आप युगाघा पहुंच सकते हो।

युगाघा स्थान

दोस्तों या स्थान पश्चिम बंगाल के छोटे से जिले में स्थित है इस स्थान पर लोग जाना बहुत ही पसंद करते है क्योंकि इस स्थान पर घूमने में आपको ज्यादा समय नहीं लगता है इस स्थान पर आप कम समय में पूरी जगह आसानी से घूम लेते हो इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

29. कन्याश्री

दोस्तों आपने माता के हर एक अंग के बारे में जानकारी हासिल कर ली है अब हम बात करेंगे कि माता का पीठ कहां पर गिरा हुआ है ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि माता का पीठ कन्याश्री में गिरा हुआ है इसीलिए इस स्थान की लोग बहुत ही ज्यादा पूजा करते हैं और यह स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र भी माना जाता है इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

कन्याश्री कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप कन्याश्री घूमने के लिए सोच रहे हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस स्थान पर आप अरे साधनों से जा सकते हो जैसे ट्रेन बस बोलेरो हवाई जहाज इत्यादि चीज की सुविधा जाने के लिए आपको मिल जाती है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

कन्याश्री स्थान

दोस्तों यह स्थान कन्याकुमारी दक्षिण भारत में स्थित है इस स्थान पर आपको हर एक चीज गड़बड़ ही देखने को मिलती है हमारे कहने का यह मतलब है कि यहां की सड़कें बहुत ही ज्यादा टूटी फूटी होती है इस तरीके से आप ही स्थान के बारे में जानकारी एकत्रित कर सकते हो।

30. कुरुक्षेत्र

दोस्तों कुरुक्षेत्र घूमने के लिए आपके पास 3 से 4 दिन का समय होना चाहिए क्योंकि यह क्षेत्र बहुत ही बड़ा है इस स्थान पर माता के नाखून कट कर गिरे हुए है इस स्थान पर आपको काल भैरव की पूजा होती है इस तरीके से आप इस मंदिर में उपस्थित भगवानों के नाम जान सकते हो।

कुरुक्षेत्र कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप कुरुक्षेत्र घूमने के बारे में सोच रहे हो तो ऐसा मैं आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि इस स्थान पर आप दो तरीके से पहुंच सकते हो ट्रेन व जहाज अगर आप इस स्थान पर जहाज से जाते हो तो आप 5 से 6 घंटे मैं इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

कुरुक्षेत्र स्थान

दोस्तों कुरुक्षेत्र स्थान चंडीगढ़ और दिल्ली से सटा हुआ ही भाग है अगर आप दिल्ली से कुरुक्षेत्र जाना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली से 160 किलोमीटर दूर यह स्थान है और आप चंडीगढ़ से जाना चाहते हो तो चंडीगढ़ से लगभग 90 किलोमीटर दूर यह स्थान पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

31. माणिदेविक

दोस्तों मणिदेवीक एक ऐसा स्थान है जोकि उत्तर प्रदेश राज्य में पड़ता है इस स्थान पर माता की कलाई कटकर गिरी हुई है इस स्थान पर पूजा बहुत ही अधिक होती है यहां के लोगों का कहना है कि जो लोग यहां पर आकर मन से पूजा करते है उनकी इच्छा बहुत ही जल्दी पूरी हो जाती है इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

माणिदेविक कैसे जाएं

अगर आप मणि देवी का स्थान पर जाना चाहते हो तो इस स्थान पर आप जहाज के माध्यम से बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो क्योंकि माणिदेविक ऐसा स्थान है जहां पर हवाई अड्डा मौजूद हैं।

मणिदेवीक स्थान

दोस्तों इस स्थान के बारे में हम आपको सही जानकारी नहीं दे पाएंगे क्योंकि यह स्थान लगभग सभी राज्य में उपस्थित होता है इस गांव के बारे में जानने के लिए आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्थान पुष्कर शहर में पड़ता हैं।

32. श्री शैल महालक्ष्मी

दोस्तों इस स्थान पर माता का गला कट कर गिरा हुआ है इसीलिए यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस स्थान पर लोग बहुत ही दूर दूर से पूजा करने के लिए आते है अगर आपको इस स्थान के बारे में और भी जानकारी चाहिए तो ऐसे में आप इंटरनेट का उपयोग कर सकते हो इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हो।

श्रीशैल महालक्ष्मी कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर कोई भी व्यक्ति बहुत ही आसानी से पहुंच सकता है क्योंकि इस स्थान पर जाने के लिए आपको ट्रेन के साथ-साथ जहाज की भी सुविधा बहुत ही आसानी से मिल जाती है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

श्रीशैल महालक्ष्मी स्थान

दोस्तों अगर आप इस स्थान पर जाना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्थान बांग्लादेश के सिलहट जिले में स्थित है यह राष्टीय हवाई अड्डा से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

33. कांची देवगर्भा

दोस्तों यह स्थान एक ऐसा स्थान है जहां पर माता के पेट का निचला भाग कट कर गिरा हुआ है यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रचलित नहीं है इस स्थान के बारे में लोगों को बहुत ही कम जानकारी है इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जानकारी एकत्रित कर सकते हो।

कांची देवगर्भा कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े व्यक्ति बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं क्योंकि यह यूपी से लगभग 10 किलोमीटर दूर है इस स्थान पर आप ट्रेन की मदद से बहुत ही आसानी से जा सकते हो इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

कांची देवगर्भा स्थान

दोस्तों यह स्थान पश्चिम बंगाल के बीरपुर नामक जिले में स्थित है इस स्थान पर कई भगवान की पूजा एक ही साथ की जाती है क्योंकि यहां पर कई भगवान एक ही साथ पूजे जाते हैं इस स्थान पर कोई भी व्यक्ति बहुत ही आसानी से पहुंच सकता है यह राज्य बहुत ही छोटा है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जानकारी एकत्रित कर सकते हो।

34. पंच सागर

दोस्तों इस स्थान को लोग बहुत ही ज्यादा शुद्ध मानते हैं क्योंकि इस स्थान पर माता का दात कट कर गिरा हुआ है यहां के लोग इस स्थान को बहुत ही साफ-सफाई से रखते हैं इस स्थान पर जाने के बाद आपको नई नई चीजें देखने को मिल जाती हैं जिसे आपने अपने लाइफ में कभी भी नहीं देखा होगा इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

पंच सागर कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप इलाहाबाद से पांच सागर यात्रा करने के लिए जाना चाहते हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इलाहाबाद के हवाई अड्डा इस स्थान पर पहुंचना बहुत ही आसान होता है क्योंकि इलाहाबाद से हवाई जहाज सीधे आपको पंच सागर ही पहुंचा देता है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

पंच सागर स्थान

दोस्तों यह स्थान उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिले में स्थित है इस स्थान पर कोई व्यक्ति बहुत आसानी से हो सकता है क्योंकि वाराणसी से लगभग 700 किलोमीटर दूर स्थित होता है इस तरीके से आप इसके बारे में जानकारी एकत्रित कर सकते हो।

35. करातोयातट

दोस्तों इस स्थान पर माता की पायल गिरी हुई है इसीलिए इस स्थान की पूजा की जाती है इस स्थान पर चारों तरफ आपको हरियाली ही देखने को मिल जाती है अगर लोग गर्मी के मौसम में जाते हैं तो ऐसे में उनका शरीर बहुत ही स्वस्थ रहता है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

करातोयातट कैसे जाएं

दोस्तों जिस तरीके से आपने पंच सागर के बारे में जानकारी हासिल की थी उसी तरीके से यह भी स्थान है इस स्थान पर आप बहुत ही आसानी से किसी भी माध्यम से पहुंच सकते हो यह स्थान वाराणसी से कुछ ही दूरी पर पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

करातोयातट स्थान

दोस्तों क्या स्थान इलाहाबाद में स्थित है स्थान पर आप 7 घंटे सफर करने के दौरान बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो इस स्थान पर आपको बहुत ही नई नई चीजें देखने को मिल जाती है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

36. विभास

दोस्तों यह एक ऐसा स्थान है जहां पर माता के बाय टखने अर्थात नाखून गिरे हुए हैं इस स्थान पर पूजा बहुत ही शादी होती है यह स्थान हमारे भारत में बहुत ही ज्यादा प्रचलित है इस स्थान के बारे में अत्यधिक लोगों को जानकारी होगी इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जानकारी एकत्रित कर सकते हो।

विभास मंदिर कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर आप वायु मार्ग के द्वारा बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो या फिर वाटर स्विम की मदद लेकर बहुत ही आसानी से इस स्थान पर पहुंच सकते हो इस स्थान पर लोग बहुत ही दूर दूर से जहाज की मदद से दर्शन करने के लिए आते है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

विभाष स्थान

दोस्तों यह स्थान पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर स्थान पर पड़ता हैऔर यह स्थान बहुत ही कम समय में प्रचलित हुआ था क्योंकि माता का सबसे पहला भाग इस स्थान पर कट कर गिरा हुआ है इसीलिए यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रचलित है यह स्थान कोलकाता से लगभग 90 किलोमीटर दूर हैं।

37. कालमाधव

दोस्तों यह स्थान बहुत ही ज्यादा शुद्ध है क्योंकि इस स्थान पर लोग बहुत ही दूर दूर से पूजा करने के लिए आते हैं इस स्थान का नाम कालमाधव है इस स्थान पर माता का दाया नितंब गिरा हुआ है इस स्थान पर एक दिन में करीब लाखों की संख्या पूजा करने के लिए जुटती है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

कालमाधव कैसे जाएं

अगर आपको कॉल माधव जाना है तो ऐसे में आप हवाई अड्डे की सारे बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो स्थान पर जाने के लिए आपको कई तरह की सुविधा मिल जाती है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

कॉलमाधव स्थान

दोस्तों कल माधव स्थान मध्य प्रदेश के अमरकंटक जिले में पड़ता है यह स्थान वहां बहुत ही ज्यादा प्रचलित है इस स्थान पर जाने के बाद आपको अच्छी-अच्छी चीजें देखने को मिल जाती है खासकर यहां पर पढ़े-लिखे लोग ज्यादा मिलते है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

38. शोनदेश नर्मदा 

दोस्तों यह स्थान कॉल माधव जैसा ही आसान है लेकिन इस स्थान पर माता का दूसरा नितंब कट कर गिरा हुआ है इस तरीके से आप इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

सोनदेश कैसे जाएं

अगर आप इस स्थान पर अपने साधन से जाने का प्रयास करते हो तो आपको बहुत ही कंफर्टेबल महसूस होगा क्योंकि यह स्थान बहुत ही ज्यादा दूर है इस स्थान पर आप जीपीएस के जरिए बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो इस तरीके से इस स्थान पर आप पढ़ सकते हो।

सोनदेश स्थान

यह स्थान मध्यप्रदेश में ही पड़ता है यह स्थान यूपी से 328 किलोमीटर दूर है और रायपुर से 230 किलोमीटर दूर है इस तरीके से आप स्थान के बारे में जान सकते हो।

39. रामगिरी

दोस्तों इस स्थान पर माता का स्थान गिरा हुआ है यह स्थान बहुत ही छोटा है लेकिन यहां पर पूजा करने के लिए लोग बहुत ही दूर दूर से आते हैं इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि अगर आप इस मंदिर में सच्चे मन से पूजा करने के लिए आते हो तो आपकी मनोकामना बहुत ही जल्दी पूरी जाती है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

रामगिरी कैसे जाएं

इस स्थान पर जाने के लिए आपको हर एक चीज की सुविधा मिल जाती है जैसे ट्रेन बस हवाई जहाज इत्यादि किसी सुविधा इस स्थान पर जाने के लिए आपको प्राप्त हो जाती है यह खजुराहो हवाई अड्डे से 175 किलोमीटर दूर पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

रामगिरी स्थान

दोस्तों इस स्थान के बारे में हम आपको सही जानकारी नहीं दे पाएंगे क्योंकि यह स्थान बहुत ही छोटा है परंतु इस स्थान पर जाने के लिए आपको हर एक चीज की सुविधा मिल जाती है हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्थान उत्तर प्रदेश में ही पड़ता है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

40. शूची नारायणी

दोस्तों इस स्थान पर भगवान शंकर जी की बहुत ही ज्यादा पूजा होती है इस स्थान पर आपको माता का ऊपर ही दांत कट कर गिरा हुआ है अगर आप इस स्थान पर भगवान शिव की पूजा करने के लिए जाते हो तो ऐसे में आपको माता के भी दर्शन हो जाता है इस तरीके से इस मंदिर पर आप चर्चा कर सकते हो।

सूची नारायणी कैसे जाएं

दोस्तों अगर आपको सूची नारायणी स्थान पर पहुंचना है तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस स्थान पर जितनी भी सड़कें है वह सड़कें टूटी फूटी है इसलिए लोग इस मंदिर पर दर्शन करने के लिए साइकिल का प्रयोग करते है आप साइकिल के माध्यम से इस स्थान पर बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो।

सूची नारायणी स्थान

यह स्थान तमिलनाडु के कन्याकुमारी राज्य में पड़ता है अगर आप कन्याकुमारी राज्य में रहते हो तो आप सूची तंत्र मंदिर तक बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो इस स्थान पर पहुंचने के लिए बस का उपयोग कर सकते हो इस तरीके से इस स्थान पर पहुंचा जा सकता हैं।

41. प्रभास चंद्रभागा

दोस्तों यह हमारे भारत में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस स्थान पर माता का उधर कट कर गिरा है अगर आप इस स्थान पर घूमने के लिए जाते हो तो आपको आज भी माता का उधर देखने को मिल जाता है इस तरीके से आप इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

प्रभास चंद्रभागा कैसे जाएं

अगर आपको ऐसा स्थान पर पहुंचना है तो आप हमारे देश के राष्ट्रीय हवाई अड्डे के जरिए बहुत ही आसानी से इस स्थान पर पहुंच सकते हो इस स्थान के लिए हमारी सरकार अलग से हवाई अड्डे बनाई हुई है इस तरीके से इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

प्रभास चंद्रभागा स्थान

दोस्तों या स्थान यूपी से करीब 8000 किलोमीटर दूर पर स्थित है राजस्थान गुजरात के जूनागढ़ जिले में स्थित है और यह स्थान गुजरात में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है इस स्थान के बारे में छोटे से छोटे व बड़े से बड़े व्यक्ति को मालूम है इस तरीके से इस स्थान पर जा सकते हो।

42. भैरव पर्वत

दोस्तों इस स्थान पर भैरव जी की पूजा होती है इस स्थान पर माता का ऊपरी ओस्ठ गिरा हुआ है यह स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र मानी जाती है स्थान पर एक दिन में करीब सत्तर से पछत्तर हजार लोग पूजा करने के लिए आते है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

भैरव पर्वत कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर जाने के लिए आज ट्रेन और हवाई जहाज की मदद ले सकते हो इन दोनों माध्यमों से आप इस स्थान पर बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो।

भैरव पर्वत स्थान

दोस्तों काल भैरव का स्थान मध्य प्रदेश में पड़ता है और यह मध्य प्रदेश के उज्जैन नगर श्रीपा नदी के किनारे स्थित है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

43. जन्म स्थान भ्रामरी

यह स्थान शक्तिपीठ में जोड़ा जाता है इस स्थान पर माता का वोट कट कर गिरा हुआ है अगर आप इंटरनेट पर ऐसे स्थान के बारे में जानकारी पता करते हो तो ऐसे में आपको बहुत ही अच्छी जानकारी इस स्थान के बारे में मिल जाती हैं।

जन्म स्थान कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर बस आपको हवाई अड्डे के जरिए पहुंचा जा सकता हैं।

44. रत्नावली कुमारी

दोस्तों सुदर्शन चक्र चलने के कारण इस स्थान पर माता का कंधा कट कर गिरा हुआ है यह स्थान हमारे भारत में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध नहीं है इस स्थान के बारे में लोगों को बहुत ही कम जानकारी है ऐसे में आप इंटरनेट के जरिए स्थान के बारे में छोटी से छोटी बड़ी से बड़ी जानकारी बहुत ही आसानी से हासिल कर सकते हो इस तरीके से इस मंदिर के बारे में आप जान सकते हो।

रत्नावली कुमारी कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर पहुंचने के लिए हमारी सरकार बहुत ही अच्छी सुविधा प्रदान करती है जैसे बस ट्रेन हवाई जोहार इन सभी माध्यमों के जरिए आप इस स्थान पर कम पैसे में बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो।

रत्नावली कुमारी स्थान

दोस्तों या स्थान बंगाल के हुगली जिले में पड़ता है इस स्थान पर लोग जाना है बहुत ही पसंद करते हैं अगर आपको घूमने में बहुत ही ज्यादा इंटरेस्ट है तो ऐसे में आप एक बार इस स्थान पर जरूर जाएं अगर आप एक बार इस स्थान पर पहुंच जाते हो तो आपको इस स्थान को जाने का बार-बार मन करता है क्योंकि इस स्थान पर बहुत ही ज्यादा हरियाली होती है इस तरीके से इस स्थान के बारे में आप जान सकते हो।

45. मिथिला उमा महादेवी

दोस्तों यह स्थान रत्नावली स्थान से संबंधित है और यह दोनों स्थान शक्तिपीठ का एक हिस्सा है इस स्थान पर माता का दूसरा कंधा कट कर गिरा हुआ है इस स्थान पर भी लोग पूजा करने के लिए दूर-दूर से आते है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

मिथिला महादेवी कैसे जाएं

इस स्थान पर आप राष्ट्रीय हवाई अड्डे के जरिए बहुत ही आराम से पहुंच सकते हो अगर आप हवाई अड्डे के जरिए इस स्थान पर जाते हो तो आपको काफी कंफर्टेबल महसूस होता है इस स्थान पर बहुत ही ज्यादा बर्फ गिरे होते है इस तरीके से आप इस स्थान का मजा ले सकते हैं।

मिथिला महादेवी स्थान

दोस्तों राजस्थान भारत के नेपाल सीमा पर स्थित है इस स्थान पर पहुंचने के लिए आपको ट्रेन का सहारा लेना चाहिए यह स्थान बहुत ही प्रचलित है इस स्थान पर पहुंचने के लिए आपके पास करीब दो हजार होने चाहिए इस तरीके से इस स्थान पर हो सकते हो।

46. नालहटी कालिका

दोस्तों इस स्थान के बारे में हम आपको सही जानकारी नहीं दे पाएंगे ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सस्ता माता का स्वर कट कर गिरा हुआ है इस तरीके से स्थान के बारे में जान सकते हो।

नालहटी कालिका कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर जाने के लिए आपको सरकार की तरफ से एक ही मौका मिलता है और वह मौका साल में एक बार आता है इस स्थान पर जाने के लिए आपको केवल ट्रेन का उपयोग करना चाहिए अगर आप ट्रेन से इस स्थान पर जाते हो तो आपको ट्रेन सीधा इसी स्थान पर पहुंचा देती है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

नालहटी कालिका स्थान

दोस्तों यह स्थान पश्चिम बंगाल में पड़ता है अगर आप पश्चिम बंगाल में जाते हो तो ऐसे में आपको वीर जिले में जाना होगा वीर जिले में जाते ही आपको इस स्थान पर बहुत ही आसानी से पहुंचने का मौका मिल जाता है इस तरीके से स्थान पर पहुंचा जा सकता हैं।

47. देवघर

दोस्तों इस स्थान पर साईं बाबा की बहुत ही ज्यादा पूजा होती है इस स्थान पर माता का ह्रदय कट कर गिरा हुआ है यह स्थान बहुत ही ज्यादा पवित्र माना जाती है क्योंकि हमारे भारत देश में साईं बाबा की पूजा बहुत ही अधिक होती है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

देवघर कैसे जाएं

देवघर जाने के लिए आप बस ट्रेन और खुद के साधन का प्रयोग कर सकते हो इस स्थान पर पहुंचने के लिए आपको हर एक चीज की सुविधा मिल जाती हैं और इस स्थान के बारे में हमारे भारत में लगभग 70% लोगों को जानकारी होगी इस तरीके से इस स्थान पर पहुंचा जा सकता हैं।

देवघर स्थान

दोस्तों यह स्थान झारखंड के वेदनाथ जिले में पड़ता है इस स्थान पर मां दुर्गा की अधिक पूजा होती हैं माता की पूजा होने के साथ-साथ यह मंदिर साईं बाबा की वजह से और भी ज्यादा प्रचलित है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

48. यशोर

दोस्तों इस स्थान पर माता का हाथ काट कर गिरा हुआ है इस स्थान पर माता की पूजा करने के लिए काफी दूर-दूर क्षेत्रों में से लोग यहां पर आते है यशोदा स्थान घूमने में आपको 1 हफ्ते का समय लग जाता है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

यशोर कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर आप अपने साधन से जा सकते है क्योंकि इस स्थान पर जाने के लिए आपको बस ट्रेन इत्यादि चीज की सुविधा नहीं मिलती है इस स्थान पर आपको अपने माध्यम से जाना होता है इस तरीके से संस्थान के बारे में जान सकते हो।

यशोर स्थान

यह स्थान बांग्लादेश के सात खेड़ा जिला में पड़ता है इस स्थान पर लगभग सभी देवी देवताओं की पूजा होती है इस तरीके से आप इस स्थान पर पहुंच सकते हो।

49. अट्टहास

दोस्तों अगर आप किसी ऐसे स्थान पर घूमना पसंद करते हो जहां पर आपको बहुत ही अच्छे कंफर्टेबल महसूस हो तो ऐसे में हम आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि अगर आप इस स्थान पर जाते हो तो आपको वहां पर जाने के बाद बहुत ही अच्छा लगता है इस स्थान पर माता का निचला ऑस्ट कट कर गिरा हुआ है इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

अट्टहास कैसे जाएं

दोस्तों इस स्थान पर जाने के लिए हमारे सरकार हमें बहुत ही ज्यादा सपोर्ट करती है इस स्थान पर आप कम पैसे में हवाई जहाज के जरिए बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हो इस स्थान पर जाने के लिए ट्रेन की भी सुविधा उपलब्ध की गई है इस तरीके से इस स्थान पर पहुंचा जा सकता हैं।

अट्टहास स्थान

दोस्तों यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है और यह स्थान पश्चिम बंगाल में स्थित है इस स्थान पर पूजा करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं इसीलिए इस स्थान के बारे में पता करने के लिए आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हो।

50. लंका

दोस्तों लंका का नाम हमारे भारत में रहने वाले सभी निवासियों ने सुना होगा इस स्थान पर लंका का राजा रावण का वध हुआ था इसलिए यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रचलित है इस स्थान पर माता का पायल गिरा हुआ है यह स्थान बहुत ही बड़ा है इस स्थान में घूमने के लिए आपके पास बहुत ही ज्यादा समय होना चाहिए इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

लंका कैसे जाएं

दोस्तों जैसा कि हमने आपको ऊपर या बताया कि लंका घूमने के लिए आपके पास बहुत ही अधिक समय होना चाहिए इस स्थान पर आप हवाई जहाज के जरिए बहुत ही आसानी से जा सकते हो इस तरीके से इस स्थान पर पहुंचा जा सकता हैं।

लंका स्थान

दोस्तों और लंका एक देश का नाम है इसीलिए इस देश के बारे में आपको इंटरनेट का सहारा लेना होगा अगर आप गूगल पर लंका स्थान कहां पर स्थित है यह लिखकर सर्च करते हो तो गूगल आपको जीपीएस की मदद से इस स्थान पर बहुत ही आसानी से पहुंचा सकता है इस तरीके से इस स्थान पर आप पहुंच सकते हो।

51. विराट

दोस्तों अब हम बात करेंगे विराट राज्य की विराट राज्य में माता की बाएं पैर की उंगली कट कर गिरी हुई है इसलिए यह स्थान बहुत ही ज्यादा हमारे भारत में फेमस है इस स्थान पर पूजा करने के लिए लोग बहुत ही अलग-अलग क्षेत्रों में से आते हैं इस तरीके से इस मंदिर के बारे में जान सकते हो।

विराट कैसे जाएं

दोस्तों अगर आप विराट नगर में घूमना चाहते हो तो इस स्थान पर आप ट्रेन के माध्यम से सीधे विराटनगर में पहुंच सकते हो और यह स्थान बहुत ही ज्यादा प्रचलित हैं क्योंकि यहां पर माता की पूजा बहुत ही अधिक होती है इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

विराट स्थान

दोस्तों विराटनगर राजस्थान में पड़ता है और यह नगर राजस्थान का सबसे बड़ा नगर माना जाता है यह क्षेत्र 250 किलोमीटर से भी अधिक बड़ा है इस स्थान पर आप एक दिन में ही पहुंच सकते हो अगर आप इस स्थान परजाते हो तो आपको बहुत ही चीजें नई-नई देखने को मिल जाती है जैसे चिड़ियाघर, होटल, बिल्डिंग और  स्कूल इत्यादि चीज आप इस स्थान पर देख सकते हो और आप इस तरीके से इस स्थान के बारे में जान सकते हो।

FAQ

भारत में कुल कितने शक्तिपीठ हैं?

हमारे भारत में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीके के शक्तिपीठ हैं। इसीलिए हम इसकी आपको सही जानकारी नहीं दे सकते है। पुराणों के अनुसार 51 शक्ति पीठ होते हैं। जिनके बारे में हमने आपको ऊपर जानकारी दी हुई है जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से समझ सकते हो।

सती के 51 टुकड़े कहां गिरे थे?

सती के 51 टुकड़े अलग अलग राज्य के अलग-अलग शहर में गिरे हुए थे। जिनके बारे में हमने आपको ऊपर जानकारी दी हैं। जिसे आप पढ़ कर बहुत ही आसानी से समझ सकते हो।

सती के कितने टुकड़े हुए थे?

सती की कुल 51 टुकड़े हुए थे।

निष्कर्ष

हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को विस्तार पूर्वक से 51 शक्तिपीठ के नाम और जगह के बारे में सरल शब्दों में वर्णन किया है। हमें उम्मीद है कि आप लोगों को शक्ति पीठ के ऊपर प्रस्तुत की गई है जानकारी काफी ज्यादा पसंद आई होगी और साथ ही साथ सहायक भी सिद्ध हुई होगी।

शक्ति पीठ के बारे में दी गई यह जानकारी यदि आप लोगों को पसंद आई हो और जरा सी भी उपयोगी साबित हुई हो तो, आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले और साथ ही साथ आज के इस जानकारी से संबंधित किसी भी प्रकार के सवाल या सुझाव के लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करना भी ना भूलें।

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