नीलम रत्न क्या है? (फायदे, नुकसान, कीमत और धारण करने की विधि)

Neelam Ratna Kya Hai Fayde Aur Nuksan : हमारे भारत देश में लोगों का ऐसा मानना है कि अलग-अलग प्रकार के रत्नों को धारण करने से लोगों के जीवन की अनेकों प्रकार की समस्याएं मिट जाती है।

इसी कारण की वजह से लोग अनेक प्रकार के रत्नों को धारण करते हैं और उन्हें लगता है कि अब उनके जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाएँगी। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से उन्हीं में से एक रत्न के विषय में बात करेंगे।

Neelam Ratna Kya Hai Fayde Aur Nuksan
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आज के इस लेख में हम आप सभी लोगों को नीलम रत्न के विषय में सारी जानकारियां देने वाले हैं, जैसे कि नीलम रत्न क्या है? नीलम रत्न के फायदे, नीलम रत्न के नुकसान, उसकी कीमत और नीलम रत्न धारण करने की संपूर्ण विधि।

इतना ही नहीं आप सभी लोगों को इसमें नीलम रत्न से जुड़ी कुछ अन्य और महत्वपूर्ण जानकारियां भी देंगे। यदि आप नीलम रत्न से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

नीलम रत्न क्या है? (Neelam Ratna Kya Hai)

नीलम रत्न एक ऐसा रत्न है जिससे लोगों की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। नीलम रत्न का उपयोग पुराने समय में यूनानी लोग अपने पूज्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने के लिए उन्हें समर्पित करते थे।

ऐसा माना जाता है कि नीलम रत्न को धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन से सारी समस्याएं हमेशा हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। नीलम रत्न एक प्राकृतिक रूप में बनने वाली रत्न है और नीलम रत्न सभी रत्नों में श्रेष्ठ भी मानी जाती हैं।

ऐसा भी कहा जाता है कि नीलम रत्न हमें भगवान के द्वारा वरदान में प्राप्त हुआ है और इसी कारण से नीलम रत्न को धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन से सारी समस्याएं दूर हो जाती है और यही कारण है कि लोगों का इस नीलम रत्न पर काफी वर्षों से विश्वास एवं श्रद्धा बनी हुई है।

यदि कोई व्यक्ति शनि के कुप्रभाव से बचना चाहता है, तो उस जातक व्यक्ति को नीलम रत्न अवश्य धारण करना चाहिए क्योंकि ऐसा कहा जाता है, नीलम रत्न धारण करने से व्यक्ति के ऊपर यानी शनि का प्रभाव होता है, तो वह शनि के प्रभाव को आसानी से झेल लेता है और शनि का प्रभाव उस व्यक्ति के ऊपर बिल्कुल ही ना मात्र के बराबर पड़ता है।

जिस प्रकार नीलम रत्न काम को बनाता है ठीक उसी प्रकार विधिपूर्वक और सच्चे मन से ही साधारण न किया जाएं, तो यह आपके बने बनाए काम को भी बिगाड़ सकता है। अतः जो भी व्यक्ति नीलम रत्न को धारण करना चाहता है, उस व्यक्ति को सभी विधि विधानों को मानना चाहिए और पूरी श्रद्धा के साथ नीलम रत्न को धारण करना चाहिए।

नीलम रत्न की पहचान

नीलम रत्न को पहचानने के लिए हमारे पास कई प्रकार के तरीके हैं, जिनका उपयोग करके हम बड़ी ही आसानी से नीलम रत्न को पहचान सकते हैं। आइए हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि नीलम रत्न को आखिर कैसे पहचाना जाएं?

  • नीलम रत्न को पहचानने के लिए आप सभी लोगों को सबसे पहले नीलम रत्न खरीदते समय ही उसे दूध में रख दें, यदि कुछ समय बाद दूध का रंग पूरी तरीके से नीला हो जाता है, तो आप यह समझ सकते हैं कि यह नीलम रत्न असली है।
  • इसके अलावा अन्य विधि में आप सभी लोग नीलम रत्न को लेकर के उसे देखना है और देखते ही आपको समझ आ जाएगा, कि नीलम रत्न असली है या नकली क्योंकि असली नीलम रत्न चिकना होता है और इसके साथ-साथ बहुत ही ज्यादा चमकीला भी होता है।
  • असली नीलम रत्न पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट होता है, अर्थात इसके एक तरफ से दूसरी तरफ बड़ी ही आसानी से देखा जा सकता है, इसके साथ-साथ नीलम रत्न का रंग बिल्कुल मोर पंख के अधिक नीले भाग की तरह होता है।
  • नीलम रत्न को पहचानने का सबसे सरल एवं आसान तरीका यह है कि आप नीलम रत्न को पानी से भरे बर्तन में डाल दें और उसे धूप में रखें। धूप में रखने पर आपको पानी के ऊपर नीले रंग की एक किरण दिखाई देगी। यदि वह किरण आपको दिखाई देती है, तो यह मान ले कि वह रत्ना असली है।

नीलम रत्न कहां से मिलता है?

नीलम रत्न एक ऐसा रखना है, जो कि प्राकृतिक रूप से बनता है और इसे हम ईश्वर की देन भी मांग सकते हैं। नीलम रत्न अक्सर ठंडी जगह एवं पहाड़ी इलाकों में पाया जाता है।

नीलम रत्न हिमालय, जम्मू कश्मीर, महानदी, वर्मा, श्रीलंका, थाईलैंड, बैंकॉक, ऑस्ट्रेलिया, जावा, ब्रह्मापुत्र इत्यादि जैसे इलाकों में एवं नदियों में पाया जाता है।

नीलम रत्न को धारण करने की विधि

ज्योतिष आचार्यों के माता अनुसार नीलम रत्न को शनिवार के दिन धारण करना चाहिए और इसके साथ साथ रात्रि के समय पांच धातुओं से मिलकर बनी हुई एक अंगूठी में जड़वाना चाहिए और अपनी बीच की अंगुली में पहनना चाहिए।

यदि नीलम रत्न को पूरे विधि के साथ धारण किया जाए तो यह आपको धनवान बना सकती है और यदि विधि-विधान ओं का पालन किए बिना इसको धारण किया जाए, तो यह आपको कंगाल भी बना सकती हैं।

आइए हम सभी लोग जानते हैं कि नीलम रत्न को धारण करने के लिए हमें किन किन विधियों का पालन करना चाहिए;

  • नीलम रत्न को आपको रात्रि के समय एवं शनिवार के दिन धारण करना चाहिए।
  • नीलम रत्न को धारण करने के लिए आपको पांच धातुओं की अंगूठी में इसे जड़वाना चाहिए।
  • नीलम रत्न को धारण करने के बाद आपको प्रत्येक शनिवार गरीबों एवं गौ माता को अन्न दान करना है।
  • नीलम रत्न धारण करने के पश्चात यदि आप मदिरा एवं मांस का सेवन करते हैं, तो शनिवार के दिन आपको इसके सेवन से दूर रहना है।
  • नीलम रत्न धारण करने से ही नहीं बल्कि यदि आप अपने घर के बड़े बुजुर्गों एवं किसी भी बड़े बुजुर्ग किस का सम्मान करते हैं, तो नीलम रत्न का सु- प्रभाव आपके ऊपर भली-भांति पड़ेगा।
  • नीलम रत्न को आप को प्रतिमाह के शुक्ल पक्ष में आने वाली शनिवार के दिन इसका दूध, गंगाजल और घी से अभिषेक करना चाहिए।
  • नीलम रत्न को धारण करने के बाद आपको कभी भी किसी भी व्यक्ति को झूठा दिलासा नहीं दिलाना है और ना ही कभी किसी के साथ धोखाधड़ी करनी है।
  • यदि आप नीलम रत्न को धारण करने के फलस्वरूप कुछ ऐसी गलतियां करते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक साबित हो सकती हैं।

नीलम रत्न धारण करने के लाभ

नीलम रत्न धारण करने के पश्चात आप सभी लोगों के जीवन में अनेकों प्रकार के लाभ मिलना शुरू हो जाएंगे। अब हम बात करने वाले हैं कि आखिर नीलम रत्न धारण करने से हमें क्या क्या लाभ होंगे?

तो चलिए बिना देर से शुरु करते हैं, आप जानते हैं कि नीलम रत्न को धारण करने से हमें क्या क्या लाभ मिलेंगे।

  • नीलम रत्न धारण करने से जातक के शरीर पर विशेष प्रभाव पड़ता है। जातक का शरीर और भी ज्यादा सुंदर दिखना शुरू हो जाता है और उसकी बुद्धिमत्ता में भी बढ़ावा होता है।
  • नीलम रत्न धारण करने के फलस्वरूप जातक के जीवन की सभी परेशानियां धीरे-धीरे करके समाप्त होने लगती हैं और जातक के जीवन में खुशियां भरना शुरू हो जाती हैं।
  • नीलम रत्न धारण करने के पश्चात आपके स्वभाव में भी विशेष गुणवत्ता का प्रसार होते हुए दिखाई देगा और आपके स्वभाव के कारण जो लोग आपसे दूर रहते थे या फिर आप को खरी-खोटी सुना देते हैं, उन्हें भी आप पसंद आने लगेंगे।
  • यदि आप धन से जुड़ी हुई किसी भी समस्या से परेशान है, तो नीलम रत्न धारण करें नीलम रत्न धारण करने के फलस्वरूप आपके जीवन से धन से जुड़ी हुई समस्याएं हमेशा हमेशा के लिए दूर हो जाएंगे।
  • नीलम रत्न को धारण करना बहुत ही आसान है, जिसके विधि विधान हमने ऊपर बताए हुए हैं।
  • नीलम रत्न धारण करने के फलस्वरूप जातक के जीवन में जितने भी रोग हैं वह सब दूर हो जाते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है, रोग शनि के प्रभाव से होता है और नीलम रत्न धारण करने से शनि का प्रभाव उस व्यक्ति से दूर हो जाता है।
  • यदि किसी जातक के कुंडली में सनी का स्थान कमजोर है, तो ऐसी स्थिति में जातक के माता के ऊपर बीमारियों का पहाड़ टूट सकता है और ऐसी स्थिति में यदि जातक नीलम रत्न को धारण करता है, तो उसके और उसके परिवार से बीमारियों का पहाड़ दूर चला जाता है।
  • ऐसा कहा जाता है कि नीलम रत्न को धारण करने से संतान रहित जातकों के घर में जल्दी ही खुशियां आने वाली होती हैं और उन्हें जल्द ही संतान की प्राप्ति होती है।
  • मान्यताओं के अनुसार यदि जातक के विवाह में किसी भी प्रकार की रुकावट एवं बाधाएं आ रही हैं, तो वह नीलम रत्न धारण करें। नीलम रत्न धारण करने के फलस्वरूप उनके जीवन से विवाह को लेकर सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी।
  • ऐसा कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति नीलम रत्न को धारण करता है, तो उसकी कर्मों में सुधार होता है और उसके जीवन में पुण्य कर्मों का शुभारंभ हो जाता है।
  • नीलम रत्न धारण करने के कारण व्यक्ति की वाणी भी काफी मधुर हो जाती है और लोगों को उसकी वाणी बहुत ही ज्यादा प्रिय भी लगती है।

नीलम रत्न से होने वाले नुकसान

नीलम रत्न को धारण करने से जितने फायदे हैं, उससे ज्यादा कई नुकसान नीलम रत्न को विधि विधान के साथ धारण न करने से होता है। अर्थात हम कह सकते हैं कि नीलम रत्न से कितने लाभ होते हैं, उससे ज्यादा हानियां होती हैं, तो यह बिल्कुल गलत नहीं होगा।

आइए हम एक नजर नीलम रत्न से होने वाली हानियों पर भी डाल लेते हैं;

  • यदि नीलम रत्न को पूर्ण विधि को ध्यान में रखते हुए धारण नहीं किया जाए, तो यह आपके शरीर में आपके पैरों से संबंधित कुछ समस्याएं पैदा कर सकती है।
  • यदि नीलम रत्न को सोने की बनी अंगूठी में जड़वा कर पहनते हैं, तो इसका अनिष्ट प्रभाव देखने को मिलेगा क्योंकि सोना सूर्य का प्रतीक है और शनि देव सूर्य से नाराज रहते हैं।
  • यदि नीलम रत्न को पंच धातु या फिर स्पष्ट धातुओं के मिश्रण से बने अंगूठी में जड़वा करना पहना जाए तो इसका एक विशेष प्रभाव आपकी धन संपत्ति पर पड़ेगा और आप कंगाल हो जाएंगे।

नीलम रत्न की कीमत

नीलम रत्न की कीमत उसके रत्ती के अनुसार किया जाता है। आप इतना समझ ले कि आपको नीलम रत्न मार्केट में ₹1000 से लेकर के ₹1,00,000 तक की कीमतों में मिल सकता है। नीलम रत्न मार्केट में प्रति कैरेट के हिसाब से बेची जाती है।

निष्कर्ष

हम आप सभी लोगों से उम्मीद करते हैं कि आप सभी लोगों को हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख नीलम रत्न क्या है? उसके फायदे, नुकसान, कीमत और धारण करने की विधि (Neelam Ratna Kya Hai Fayde Aur Nuksan) अवश्य पसंद आया होगा।

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