पंचमुखी हनुमान मंत्र क्या है? (फायदे, पूजा विधि और जाप विधि)

Panchmukhi Hanuman Mantra ke Fayde: हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार कलियुग में जिस भगवान को जीवित माना गया है उनमें हनुमान जी सबसे प्रमुख है। हनुमान जी की पूजा हम बहुत सारे रूपों में करते हैं। लेकिन इसमें जो विशेष रूप है वह पंचमुखी हनुमान जी की है।

हनुमान जी की पूजा करने से आपकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है। आपके सभी संकट दूर होते हैं। आपकी सभी परेशानियां दूर होती है और आपको सुख समृद्धि प्राप्त होती है।

Panchmukhi Hanuman Mantra ke Fayde
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पंचमुखी हनुमान जी की पूजा करने से तरह तरह की समस्याओं से आपको राहत मिलती है। हनुमान जी की पूजा करने के लिए विशेष दिन मंगलवार माना गया है और हनुमान जयंती इससे भी विशेष दिन माना गया है। इस दिन आपको विशेष फल की प्राप्ति होती है। आज के इस पोस्ट में हम पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र के फायदे, पूजा, विधि और जाप विधि जानेंगे।

पंचमुखी हनुमान मंत्र क्या है? (फायदे, पूजा विधि और जाप विधि) | Panchmukhi Hanuman Mantra ke Fayde

हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार क्यों लिया था?

रावण और भगवान राम के बीच युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए हनुमान जी को भगवान राम के मदद के लिए पंचमुखी हनुमान जी का अवतार लेना पड़ा।

रावण के भाई अहिरावण ने अपनी माया से सभी को निद्रा में डाल दिया और उसके बाद सभी को अपनी माया की शक्ति से पाताल लोक ले गया। जब अहिरावण के माया जाल में फंसकर राम, लक्ष्मण और उनकी पूरी सेना निंद्रवस्था में पाताल लोक में थी।

तब वहां वीर हनुमान जी ने पंचमुखी हनुमान का अवतार लिया और अहिरावण का वध करके सभी को अहिरावण के माया जाल से मुक्त कराकर पृथ्वी लोक में लेकर आए। इस प्रकार वीर हनुमान जी ने पंचमुखी का अवतार लिया और इन अवतार लेने के पीछे भगवान राम की सहायता करना था।

पंचमुखी हनुमान जी के स्वरूप और उनकी विशेषताएं:

  • पंचमुखी हनुमान जी का पहला स्वरूप वानर का है। दूसरा स्वरूप गरुड़ का है। तीसरा स्वरूप वराह का है। चौथा स्वरूप अश्व का है और पांचवा स्वरूप नरसिंह का है।
  • पंचमुखी हनुमान जी का हर स्वरुप में अपना एक अलग महत्व है जैसे कि उनका पहला स्वरूप वानर स्वरूप है जोकि दुश्मनों का पतन करने वाला है।
  • दूसरा स्वरूप है गुरूड़ का जो कि सभी संकटों और परेशानियों को दूर करने वाला है।
  • तीसरा स्वरूप है वराह का जो कि दीर्घायु के लिए है, प्रसिद्धि और अपार शक्ति देता है।
  • चौथा स्वरूप है अश्व का जोकि सभी मनोकामनाएं को पूर्ण करता है।
  • पांचवां स्वरूप है नरसिंह जोकि भय और परेशानियों से, तनाव से मुक्ति देता है।
  • इस प्रकार पंचमुखी हनुमान जी का पांचवा स्वरूप अपने आप में अपनी एक अलग विशेषता रखता है और हमें पांच तरह के परेशानियों से मुक्ति देता है। हमारी सभी मनोकामना को पूर्ण करता है। इसीलिए हमें पंचमुखी हनुमान जी की पूजा जरूर करनी चाहिए।

पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र और उनके फायदे

पंचमुखी हनुमान मंत्र:

।।ऊँ ऐं श्रीं ह्रीं ह्रीं हं ह्रौं ह्रः ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत-पिशाच ब्रह्म
राक्षस शाकिनी डाकिनी यक्षिणी पूतना मारीमहामारी राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकान्
क्षणेन हन हन,भंजय भंजय मारय मारय,क्षय शिक्षय महामहेश्वर रुद्रावतार ऊँ हुम् फट स्वाहा
ऊँ नमो भगवते हनुमदाख्याय रुद्राय सर्व दुष्टजन मुख स्तम्भनं कुरु स्वाहाऊँ ह्रीं ह्रीं हं ह्रौं ह्रः ऊँ ठं ठं ठं फट् स्वाहा।।

पंचमुखी हनुमान मंत्र:

हं हनुमंते नम:

हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:।
अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।।

ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।

ऊं नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।

ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ।।

पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र के जाप से अद्भुत फायदे।

  • हनुमान जी के पंचमुखी इस मंत्र के रोजाना जाप करने से आपके घर में यदि कलह क्लेश है तो, उन सभी से आप को मुक्ति मिलेगी। आपको हर प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी, आपके घर में सुख समृद्धि आएगी।
  • यदि आपके जीवन में किसी प्रकार के भी शत्रु या दुश्मन हो उन सभी से आप को मुक्ति मिलेगी।
  • यदि आप रोजाना पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र का जाप करते हैं तो आपके जीवन में आ रही संकट और बाधाओं से आप को मुक्ति मिलेगी।
  • जो भी व्यक्ति पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र का जाप एकाग्र होकर पूरे मन को हनुमान जी में लगा कर। हनुमान जी में लगाकर जब करता है तो उसके जीवन में सुख समृद्धि आती है, वैभव आती है, लक्ष्मी आती है और उसके जीवन से हर परेशानियों का अंत होता है।
  • उस व्यक्ति की हर मनोकामना हनुमान जी तुरंत पूरा कर देते हैं। हनुमान जी की पंचमुखी मंत्र के जाप करने से व्यक्ति के जीवन जो भी कर्ज होते हैं उन सभी से उसको मुक्ति मिलती है
  • यदि व्यक्ति को किसी प्रकार का तनाव या भय होता है, तो उसको भी इस मंत्र के जाप से राहत मिलती है। यदि व्यक्ति ने किसी बुरे कर्म को किया है तो वह भी इस मंत्र के जाप से उस बुरे कर्म के प्रभाव से दूर हो जाता है।

पंचमुखी हनुमान जी की पूजा विधि

  • घर में पंचमुखी हनुमान जी की एक मूर्ति को स्थापित करें या फिर उनकी तस्वीर को रखें।
  • अब उस तस्वीर या मूर्ति के सामने की घी के दीए जलाएं, उन पर माला चढ़ाएं, अगरबत्ती दिखाएं और कुछ मिष्ठान का भोग लगाएं।
  • पंचमुखी हनुमान जी की पूजा करने के लिए आपको सुबह सुबह स्नान करके एक स्वस्छ वस्त्र जोकि गेरूआ रंग का होना चाहिए।
  • अब आप एक साफ आसनी ले और पंचमुखी हनुमान जी के मूर्ति के सामने बैठकर इन सारे मंत्रों का जाप करें।
  • पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र कम से कम एक घंटा तक करना चाहिए लेकिन यदि आपके पास समय कम है तो आप पांच माला भी कर सकते हैं।

हनुमान जी के पंचमुखी मंत्र जाप के अद्भुत लाभ

पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र के जप से आपके परिवार के सभी सदस्य स्वस्थ और निरोग रहेंगे। उन सभी से रोग को उन सभी से रोग कोसों दूर रहेंगे और आपके जीवन में धन संपत्ति की वृद्धि होती रहेगी।

संकट मोचन हनुमान आपके परिवार के सभी सदस्यों के संकट को दूर करेंगे और आपकी रक्षा हमेशा करते रहेंगे। तो आप हनुमान जी की पूजा हर रोज भी सुबह कर सकते हैं। लेकिन विशेष दिन हनुमान जी का मंगलवार होता है तो आप मंगलवार के दिन भी हनुमान जी के इन मंत्रों का जाप करके विशेष लाभ को प्राप्त कर सकते हैं।

पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र जाप के नियम

  • पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र के जाप का जो पहला नियम है, वह यह है कि आप जब तक इस मंत्र का जाप करते हैं तब तक आप को ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा क्योंकि हनुमानजी एक ब्रह्मचर्य है इसलिए उनकी पूजा में आप को ब्रह्मचर्य का पालन करना विशेष कर जरूरी है।
  • पंचमुखी हनुमान जी का मंत्र के जाप का दूसरा नियम यह है कि आप सुबह के नित्य कर्म स्नान आदि करके साथ साथ स्वच्छ और साफ-सुथरे कपड़े पहनकर और कपड़े का रंग लाल या नारंगी होना चाहिए।
  • पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र जाप में आपके घी के दीए का होना विशेषकर जरूरी है और इसलिए के दिए को तब तक जलते रहना चाहिए जब तक कि आपकी पूजा समाप्त ना हो जाए।
  • पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र के लिए विशेष दिन मंगलवार है। यदि आप चाहे तो सिर्फ मंगलवार को ही इस मंत्र का जाप करें लेकिन इस मंत्र का जाप आपको 1 घंटे करना होगा या फिर पांच माला करना होगा।
  • पंचमुखी हनुमान जी के मंदिर के लिए आप विशेषकर मंगलवार को चुन सकते हैं। लेकिन यदि आप चाहें तो रोजाना भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। लेकिन बस आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप को ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा नहीं तो, आपको दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

निष्कर्ष

पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र सभी कष्टों के निवारण में काफी असरकारक माना गया है। आज इस पोस्ट के माध्यम से आपको पंचमुखी हनुमान मंत्र क्या है? उसके फायदे, पूजा विधि और जाप विधि ( Panchmukhi Hanuman Mantra ke Fayde) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। आर्टिकल पसंद आये तो उसे लाइक और शेयर जरुर करें। आर्टिकल के सम्बंधित कोई भी सिज़व हो तो हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।

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