श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे, महत्त्व, संपूर्ण अर्थ, लाभ और विधि

Shree Shivay Namastubhyam Mantra ke Fayde Mahatva Arth: जैसा की आप सब जानते ही है की भारत सनातन धर्म संस्कृति के लिए विश्व प्रख्यात है और भारत के अधिकांश लोग कई दैवी – देवताओं की पूजा अर्चना करते हैं। साथ ही अपनी इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए कई दैवी देवताओं का मंत्र उच्चारण करते है, जिससे प्रसन्न हो कर भगवान उनको मन चाहा वरदान देते है।

आज हम अपने इस आर्टिकल में शिव भगवान के ऐसे ही एक महत्वपूर्ण मंत्र के बारे में बताएंगे, जिसका नाम है श्री शिवाय नमस्तुभ्यं। आज हम इस मंत्र के बारे में आपको बताएंगे, जिसमें हम श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे, महत्त्व, संपूर्ण अर्थ, लाभ और विधि आदि की सम्पूर्ण जानकारियां आपके साथ साझा करेंगे।

Shree Shivay Namastubhyam Mantra ke Fayde Mahatva Arth
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इसलिए अगर आप भी शिवजी के इस मंत्र के बारे में जानना चाहते है तों इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना। ताकी आपको शिवजी के इस मंत्र के बारे में जानने के लिए किसी दूसरी जगह ना जानना पड़े।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे, महत्त्व, संपूर्ण अर्थ, लाभ और विधि | Shree Shivay Namastubhyam Mantra ke Fayde Mahatva Arth

क्या है श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र?

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र भगवान शिव जी का सबसे प्रभावशाली और खास मंत्रों में से एक माना जाता है। इस मंत्र को महामृत्युंजय मंत्र के समान स्वरूप माना जाता है और भगवान का यह मंत्र बहुत ही सफल और कारगर माना जाता है, जिससे आपकी संपूर्ण इच्छाएं पूर्ण हो सकती है।

भगवान शिव के श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का सम्पूर्ण अर्थ क्या है?

दोस्तों वैसे तो भगवान शिव के अनेक मंत्र है लेकिन जिस मंत्र की हम बात कर रहे है वो है – “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र”।

आदि अनादि भगवान शिव के इस मंत्र का बहुत ही आसान और सरल सा मतलब होता है और वो है भगवान शिवजी आपको मेरा नमस्कार है या ये भी कहा जा सकता हैं की हैं शिव आपको मेरा नमन प्रणाम है।

भगवान शिव के श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के लाभ क्या है?

वैसे तो आदि अनादि भगवान शिव के कई सारे मंत्र उपलब्ध है, पर शिव जी के “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र” के बारे में विद्वान कहते है कि यह मंत्र अपने आप में कुछ खास है क्योंकि विद्वानों के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव बहुत अधिक प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूर्ण करतें है।

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव के “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र” में बहुत ही शक्ति होती है और इसका एक जाप महामृत्युंजय मंत्र के एक हजार से अधिक जाप जितना लाभ देता है। इसलिए इस जाप को आप जरूर आजमाएं।

इसके अलावा हमने आपको शिवजी के इस मंत्र के कुछ विशेष लाभ नीचे विस्तार से बताने की कोशिश की है। जिसे फॉलो करके आप भी अपनी सभी इच्छाओं को भगवान शिव के आशीर्वाद से प्राप्त कर सकते है।

  • इस जाप को करने से आपके संपूर्ण कार्य पूर्ण हो जाते हैं।
  • इस मंत्र का जाप करने से आपके घर में सदैव सुख – शांति – धन – लक्ष्मी – वैभव आदि का वास बना रहता है।
  • इस मंत्र का जाप करने से आपके बिगड़े हुए काम बनने लगे जाते है और काम में आने वाली सभी बाधाओं से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
  • इस मंत्र का जाप करने से लंबे समय से चली आ रही कोई भी बीमारी रोग का निवारण हो जाता है और किस भी प्रकार की शारिरिक और मानसिक रूप से शान्ति मिलती है।
  • इस मंत्र का जाप करने से जिन लोगों को संतान नही होती है उनको संतान सुख की प्राप्ति हो जाती हैं।
  • इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के मन और दिमाग से गलत विचार निकल जाते हैं और अच्छे – अच्छे विचार आने लग जाते है।
  • इस मंत्र का जाप करने से किसी भी व्यक्ति की कोई भी दुश्मनी हो तों वो हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है और तरक्की के रास्ते खुल जाते है।
  • इस मंत्र के नियमित जाप करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बदलने लगती है और उनको आर्थिक लाभ की प्रप्ति होती है।
  • इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
  • इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का मन हमेशा प्रफुल्लित तथा शांत बना रहता है, जिससे व्यक्ति को हमेशा काम में तरक्की मिलती है।
  • यदि आप किसी अच्छे और शुभ कार्य को करने की शुरुआत करने जा रहे है, तो ऐसे में आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए। यह मंत्र आपको उस कार्य मे अवश्य सफलता दिलायेगा।

भगवान शिवजी के “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र” के उद्देश्य क्या है?

आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दे की यह मंत्र शिव पुराण में बताएं गए मंत्रो में से एक है। इस मंत्र को शिव पुराण में महामृत्युंजय मंत्र जितना प्रभावित बताया गया है और इस मंत्र को जपने से चमत्कारी तरीके से जल्द ही भक्तों को शिवजी द्वारा फल की प्राप्ति होती हैं।

कहा जाता है कि इस मंत्र की 108 रुद्राक्ष वाली एक माला को एक बार ही जपने पर महामृत्युंजय मंत्र के एक लाख माला जपने के बराबर लाभ मिल जाता हैं। इसलिए जो भी व्यक्ति इस मंत्र का सच्चे मन से जाप करता है, तो उसको मन चाहा फल प्राप्त होता है।

मगर इस मंत्र को आप किसी गलत उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नही कर सकते है। वरना ये आपको लाभ की जगह हानि पहुँचायेगा और आपके जीवन में संकट भी आ सकता है। इसलिए शास्त्रों में कहा गया है की इस मंत्र का उच्चारण सही ढंग से करना चाहिए और पूरी श्रद्धा के साथ के साथ इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

ऐसा कहा जाता है की यदि कोई व्यक्ति शादी – शुदा है और वह बेटा तथा बेटी पाप्ति के लिए इस मंत्र का उपयोग कर करता है तों उस व्यक्ति को जल्द संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा जिन लोगों की लंबे समय से शादी नही हो पा रही हैं तथा अच्छा जीवन साथी नहीं मिल रहा है, वो भी इस मंत्र का उपयोग कर सकते है।

इस मंत्र को करने से मन चाहा फल प्राप्त किया जा सकता है और शिव पुराण के अनुसार इस मंत्र के उपयोग से आप संपूर्ण बाधाओं से छूटकारा पा सकते है।

भगवान शिवजी के श्री शिवाय नमस्तुभ्य: मंत्र का जाप कैसे करें?

भगवान शिव जी के श्री शिवाय नमस्तुभ्य मंत्र का जाप करने की विधि को हमने नीचे विस्तार से समझाने की कोशिश की है, जिसे आप भी फॉलो करके इस मंत्र का उच्चारण करके भगवान शिव द्वारा अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते है।

  • इस मंत्र का उच्चारण करने के लिए आपको प्रातः काल का समय चुनना चाहिए। वैसे तो आप इस मंत्र का किसी भी समय उपयोग कर सकते है, लेकिन ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार प्रातः काल का समय सबसे अच्छा इसलिए होता है क्योंकि इस समय हर जगह शांति वातावरण बना रहता है।
  • इस मंत्र का जाप करने के लिए आप किसी जंगल में जा सकते है या किसी मंदिर या ऐसी जगह पर जा सकते है, जहाँ बिल्कुल शांत वातावरण बना हुआ हो।
  • शोर – शराबे वाली जगह पर यह मंत्र करने से आपके मंत्र उच्चारण में बाधा उत्पन्न होती है, जिससे आपका ध्यान भंग हो जाता है और आपको लाभः की प्राप्ति नही होती है।
  • इस मंत्र का उच्चारण करने से पहले आपको स्नान करना बेहद जरूरी होता है। इसके अलावा आपके तन – मन दोनों की शुद्धि अनिवार्य है।
  • आपको शिव जी की मूर्ति के सामने बैठकर इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
  • इस मंत्र का जाप करने के लिए आप जिस आसान का उपयोग करते है, वह जगह बिल्कुल साफ और सुथरा होना बहुत ही जरूरी होता है और यह आसन कुशन तथा ऊन से बना होना चाहिए।
  • इस मंत्र का जाप करते समय ध्यान केंद्रित होना बेहद ही जरूरी है। साथ ही मन विचलित नहीं होना चाहिए और ध्यान भंग नही होना चाहिए।
  • इस मंत्र उच्चारण करते समय मंत्र का सही से उच्चारण करना बेहद जरूरी होता है। वरना इस मंत्र का गलत उच्चारण करने पर लाभः की प्राप्ति नही होती है।
  • इस मंत्र को ध्यानबंध होकर तथा पूरी श्रद्धा के साथ करना चाहिए।
  • यह मंत्र आपको उम्मीद से कहीं ज्यादा और जल्दी से फल प्राप्ति होती है।
  • इस मंत्र का जाप करने के लिए आप 108 रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल कर सकते है।
  • शस्त्रों और विद्वानों के अनुसार यदि आप शिवजी के इस मंत्र का 108 बार जाप करते है, तो आपको महामृत्युंजय मंत्र के 1 लाख 8 हजार बार करने जितना लाभः मिलने की संभावना होती है।

FAQ.

शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र कौन सा मंत्र है? 

शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र 1 शिवजी की आराधना करने का मूल मंत्र माना जाता है।

शिव के कितने मंत्र हैं?

भगवान शिव के कुल 15 मंत्र हैं।

शिव का शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?

शिव जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र ।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।। को बताया गया है।

मंत्र का जाप कितनी देर तक करना चाहिए?

मंत्र का जाप आज जितने समय तक चाहो उस समय तक कर सकते हो। प्रातः काल स्नान ध्यान करने के बाद और रात को सोने से पहले मंत्र का जाप करने का अपना अधिक लाभ होता है क्योंकि इस समय ईश्वरीय शक्ति चरम पर होती है। 

निष्कर्ष

हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे, महत्त्व, संपूर्ण अर्थ, लाभ और विधि (Shree Shivay Namastubhyam Mantra ke Fayde Mahatva Arth) के बारे में विस्तार पूर्वक पर जानकारी प्रदान की हुई है। हमें उम्मीद है कि आज हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आप लोगों के लिए काफी उपयोगी और सहायक सिद्ध हुई होगी।

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