तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं?

Tulsi ka Paudha Kisi ko Dena Chahiye ya Nahin: उपहार देने की परंपरा कई वर्षों से चलती आ रही है। लोग अपनी खुशी से दूसरे लोगों को उपहार देते हैं। लेकिन जब बात तुलसी माता की होती है तो यह बात सोचनीय है कि क्या हमें किसी को उपहार स्वरूप मां तुलसी को देना चाहिए या नहीं?

क्योंकि तुलसी एक पवित्र और पूजनीय पौधा है। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास तुलसी में होता है। इस प्रकार जिसमें भगवान का अस्तित्व है उसे किसी और को उपहार स्वरूप देना क्या सही है या नहीं?

Tulsi ka Paudha Kisi ko Dena Chahiye ya Nahin
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आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे इस प्रकार जिसमें भगवान का अस्तित्व है उससे किसी और को उपहार स्वरूप देना क्या सही है या नहीं आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे।

तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं? | Tulsi ka Paudha Kisi ko Dena Chahiye ya Nahin

तुलसी के पौधों का विशेष महत्व

हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधों का विशेष महत्व है। भारत के प्रत्येक हिंदुओं के घरों में मां तुलसी का निवास निश्चित तौर पर होता है और मां तुलसी की पूजा सुबह शाम पूरी श्रद्धा के साथ की जाती है।

मां तुलसी हमारे घरों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रचार करती है और वातावरण में भी सकारात्मक उर्जा का फैलाव करती है। हमारे घरों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रचार करती है और वातावरण में भी सकारात्मक ऊर्जा का फैलाव करती है।

मां तुलसी की पूजा करने से आप भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की भी असीम कृपा के अधिकारी बन जाते हैं और मां तुलसी की पूजा से घर में सुख समृद्धि और धन्य धान की कभी कमी नहीं होती है।

तुलसी के पौधे के बहुत ही धार्मिक महत्व है और तुलसी के पौधे के महत्व को कई सारे पुरान जैसे कि पद्मपुराण, स्कंदपुराण, गरुड़पुराण, भविष्य पुराण आदि में तुलसी के पौधे को बहुत ही महत्वपूर्ण पौधा माना जाता है और यह हर घर में होना अनिवार्य माना जाता है।

इसके होने से घर में सकारात्मकता का वास होता है, सुख समृद्धि आती है। इसीलिए हर व्यक्ति को अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए।

हिंदू धर्म के मानता अनुसार भगवान विष्णु और भगवान श्री कृष्ण का भोग और उनकी पूजा तब तक अधूरी मानी जाती है, जब तक कि तुलसी दल उनके भोग में शामिल नहीं किया जाए। साथ ही साथ भगवान हनुमान जी को भी तुलसी बहुत प्रिय है। इसीलिए तुलसी जी का भोग हनुमान जी को भी लगाया जाता है।

हिंदू धर्म शास्त्र में बताया गया है कि तुलसी के पौधे की सेवा करना उन्हें रोज जल अर्पित करना, उनकी सेवा करने से हमारे कई जन्मों के पाप नाश हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि गंगाजल और तुलसी के पत्ते को कभी भी बासी नहीं माना जाता और यह हमेशा पवित्र और पूजनीय है।

धार्मिक मान्यता अनुसार जिस घर में रोजाना तुलसी की पूजा होती है। वहां पर यमदूत कभी प्रवेश नहीं करते और ना ही कोई नकारात्मक उर्जा प्रवेश करती है और उस घर में हमेशा सकारात्मकता के साथ साथ सुख समृद्धि शांति बनी रहती है।

तुलसी के पौधे वैज्ञानिक और चिकित्सीय रूप से भी महत्वपूर्ण है

चिकित्सीय महत्व के अनुसार तुलसी के पौधे को अगर कोई व्यक्ति रोज खाता है, तो उसे भी रोगों से मुक्ति मिलती है, उसका शरीर स्वस्थ होता है और उसकी आयु में वृद्धि होती है।

तुलसी के पत्ते को कभी भी चबा कर नहीं खाना चाहिए क्योंकि तुलसी एक हमारी माता है इसलिए हमें उनका आदर करते हुए उसे चबाना नहीं चाहिए। दूसरा तुलसी में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जिसे चबाने से हमारे दांत खराब हो जाते। इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि तुलसी को कभी भी चबाकर नहीं खाना चाहिए।

चिकित्सक मानता अनुसार तुलसी आपको बहुत सारे रोगों से लड़ने की शक्ति देती है क्योंकि तुलसी में एंटीबायोटिक, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण है। आपको कई प्रकार के रोगों से लड़ने में आप को अंदर से मजबूत बनाती है।

तुलसी हमारे आसपास के वातावरण को शुद्ध करती है। वह हमारे आसपास के गंदे वायु को खुद में सोख लेती है और सिर्फ ऑक्सीजन हमें प्रदान करती है।

तुलसी हर प्रकार के संक्रमण रोगों से हमें बचाती है। तुलसी का वास्तु शास्त्र में भी अपना एक अलग महत्व बताया गया है, जिन घरों में तुलसी का वास होता है उन घरों के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।

तुलसी को हमेशा अपने घर के उत्तर पूर्व कोने की दिशा में ही लगाना शुभ माना जाता है। तुलसी को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इससे आपके घर में वास्तु दोष का प्रभाव ज्यादा हो जाता है।

तुलसी अपने घरों में गुरुवार के दिन लगाना शुभ माना जाता है और अगर आप इसे नवरात्रि में लगा रहे हैं, तो शुक्रवार के दिन लगाना काफी शुभ माना जाता है। तुलसी को कार्तिक मास में भी लगाना काफी शुभ माना जाता है।

क्या तुलसी का पौधा किसी को उपहार स्वरूप देना चाहिए या नहीं?

उपहार हमारे समाज में काफी समय से चलते आ रहा है। उपहार देकर हम लोगों से अपने संबंध को मजबूत और मधुर बनाते हैं। यदि हम किसी को उपहार देते हैं तो उनसे हमारा रिश्ता मजबूत होता है और हमारा रिश्ता आगे बढ़ता है।

लेकिन जब बात उपहार स्वरूप कोई धार्मिक चीज और पूजनीय वस्तु को देना धर्म के अनुसार गलत माना गया है और तुलसी माता तो बहुत पवित्र और पूजनीय होती है।

उनमें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास होता है और मां लक्ष्मी को हमें किसी को भी उपहार स्वरूप या फिर कुछ भी करके नहीं देना चाहिए। तुलसी के पौधे से हमें भगवान का अस्तित्व दिखाई पड़ता है और भगवान का अस्तित्व होता है, यह एक प्रमुख कारण है कि हमें कभी भी किसी को भी चाहे वह अपना हो या पराया किसी को भी तुलसी उपहार स्वरूप नहीं देना चाहिए।

यह धर्म के अनुसार भी गलत माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप तुलसी का उपहार किसी भी व्यक्ति को देते हैं तो आप उस व्यक्ति के नकारात्मक ऊर्जा को अपनी और आकर्षित करते हैं और अपने बुरे दिन को न्यौता देते हैं।

तुलसी हमारे लिए पूजनीय वस्तु है और वे सबसे पवित्र है और इसे किसी को भी उपहार स्वरूप देने से हमें अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने आपको हिन्दू ग्रंथों में तुलसी की महत्ता और उनके औषधि गुणों के बारे में बताया। साथ साथ में यही बताया है कि तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं? ( Tulsi ka Paudha Kisi ko Dena Chahiye ya Nahin)

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