वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन कैसा होना चाहिए?

Vastu Shastra Ke Anusar Kitchen Kaisa Hona Chahiye: वास्तु शास्त्र में किसी भी घर के रसोईघर को बहुत ही ज्यादा महत्व दिया जाता है क्योंकि किसी भी घर का रसोईघर उस घर का आत्मा कहलाता है।

रसोई घर में रोज खाना पकाया जाता है और उस खाने को खाने से हमारी आत्मा तृप्त होती है इसीलिए रसोईघर को उस घर का आत्मा कहा जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप रसोई सही दिशा में नहीं बनाते हैं और रसोई घर में रखे सामान भी सही दिशा में नहीं रहती है, तो रसोई घर में नकारात्मकता का वास हो जाता है, जिससे कि आपको धन लाभ नहीं होता है। रोगों में वृद्धि होती है। घर में रह रहे सभी लोगों की तरक्की रुक जाती है।

Vastu Shastra Ke Anusar Kitchen Kaisa Hona Chahiye
Image: Vastu Shastra Ke Anusar Kitchen Kaisa Hona Chahiye

इसीलिए हमें अपने घर की रसोई निर्माण में वास्तु शास्त्र के अनुसार बताए गए नियमों का बहुत ही ध्यान से पालन करना चाहिए,
जिससे कि हमारे घर में सुख समृद्धि धन लाभ बनी रहे और हमारे परिवार और हम स्वस्थ रहें।

तो आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर कैसा होना चाहिए? किस दिशा में होना चाहिए? रसोई घर में रखे सामान किस दिशा में रखना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन कैसा होना चाहिए? | Vastu Shastra Ke Anusar Kitchen Kaisa Hona Chahiye

वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी भी घर का रसोईघर उसके अग्नि कोण में स्थित होना चाहिए। इससे आपको काफी लाभ मिलता है।
यदि किसी के घर में रसोई घर अग्नि कोण की दिशा में नहीं स्थित है, तो उस घर के परिवार के सदस्य खास करके महिलाओं को सेहत संबंधी कई तरह की परेशानियां रहती है।

खासतौर से पेट संबंधी बीमारियां उत्पन्न होती है। इसके साथ-साथ आपको और धन की भी हानि होने लगती है। इसीलिए हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारा रसोईघर अग्नि कोण में हो।

यदि किसी का रसोईघर अग्नि कोण में नहीं हो तो वास्तु शास्त्र के अनुसार आप कुछ उपाय कर सकते हैं। जैसे कि सिंदूरी गणेश जी की तस्वीर आप अपनी रसोई घर में लगा सकते हैं या फिर करते हुए ऋषि मुनि की तस्वीर भी आप अपने किचन में लगाकर वास्तु दोष से मुक्ति पा सकते हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार आप अपनी रसोई घर में किस दिशा में किस वस्तु को रखें यह बात भी जानना बहुत आवश्यक है।
रसोई घर में सबसे महत्वपूर्ण जो वस्तु होती है वह होती है, खाना बनाने का चूल्हा।

चूल्हे के लिए जो आप प्लेटफार्म बना रहे हैं वह प्लेटफार्म पूर्व और दक्षिण दिशा को घेरते हुए होना चाहिए। जिससे कि चूल्हा अग्नि कोण में स्थापित हो सके और चूल्हे पर खाना बनाने वाले व्यक्ति का मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि खाना बनाने वाले व्यक्ति का मुंह भी उत्तर और दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए। इससे खाने में नकारात्मकता का वास हो जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में बर्तन धोने वाला बेसिन उत्तर दिशा की ओर स्थापित होना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में पीने वाले पानी के मटके या आजकल जो पानी के उपकरण हैं, वह सभी उत्तर पूर्व दिशा की ओर स्थापित करना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में खास करके इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आग और पानी कभी भी एक साथ नहीं हो इससे रसोई घर में नकारात्मकता का वास हो जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार अग्नि कोण में ही अग्नि से संबंधित सामान को रखना चाहिए अर्थात रसोई घर में गैस का इस्तेमाल सभी करते हैं और उसके आस को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए।

यदि आप रसोई घर में ही खाना खाते हैं तो वास्तु शास्त्र के अनुसार आप अपने रसोईघर में एक ऐसा इंतजाम कीजिए जिस वक्त आप भोजन कर रहे हो उस वक्त आपका मुंह उत्तर और पूर्व दिशा की ओर हो।

आप रसोई घर को साफ करने वाले जो भी सामान है झाड़ू, पोछा तो उसे आप वास्तु शास्त्र के अनुसार नैऋत्य कोण वाली दिशा में रखना अति उत्तम माना गया है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आपके रसोई घर में माइक्रोवेव, मिक्सर ग्राइंडर और भी आधुनिक उपकरण है तो उसके लिए दक्षिण दिशा ही उत्तम होती है।

आजकल सभी घरों में फ्रिज रहना अनिवार्य देखा गया है। तो वास्तु शास्त्र के अनुसार आप अपने रसोई घर में फ्रिज उत्तर पश्चिम दिशा की ओर रखें। इससे आपको लाभ होगा।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में कभी भी कचरा फेंकने वाला डिब्बा नहीं होना चाहिए। यदि आप कचरा फेंकने वाला डिब्बा रखना भी चाहते हैं, तो उसे रसोई घर के बाहर रखें क्योंकि कचरा फेंकने वाले डिब्बा में कचरा होता है, जिससे कि नेगेटिविटी होती है।

उसी नेगेटिविटी को अगर आप अपने किचन में रखेंगे, तो आपके किचन में भी नेगेटिविटी फैल जाएगी। इसीलिए कचरे के डिब्बे को वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में कभी भी नहीं होना चाहिए।

आपका रसोई घर किस प्रकार का होना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर खुला और चौकोर आकार का होना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार आप अपने रसोई घर की दीवारें और फर्श के रंग हल्के रंग की चुन सकते हैं, जिनमें हलके पीले, नारंगी और गेहूं रंग शामिल कर सकते हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में कभी भी आसमानी रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर हमेशा अग्नि कोण में ही स्थापित करना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में पूर्व दिशा की ओर ही खिड़की होनी चाहिए और उजाल दान भी होना चाहिए।

बहुत सारे घरों छोटे होने के कारण रसोई घर में ही पूजा का भी घर बना दिया जाता है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा घर कभी भी रसोई घर में नहीं बनाना चाहिए। इससे घर में नकारात्मकता का वास हो जाता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर के आसपास शौचालय बाथरूम भी नहीं बनाना चाहिए। इससे भी रसोई घर में नकारात्मकता का वास होने लगता है और इससे आपको काफी हानि भी होती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर में हमें कभी भी टूटे-फूटे बर्तनों को नहीं रखना चाहिए।

रसोई घर में अक्सर खाना बनाने के दौरान धुआं फैल जाती है तो इसके लिए आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि आपके किसी भी घर में एग्जॉस्ट फैन हो या ना हो लेकिन रसोई घर में जरूर होना चाहिए। रसोईघर में एग्जॉस्ट फैन जरूर होना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण में ही आपके पीने के जल का स्थान होना चाहिए। आजकल लोग मॉड्यूलर किचन की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। यदि आप भी मॉड्यूलर किचन बनाना चाहते हैं, तो उसके पहले आप किसी अच्छे वास्तुशास्त्र के जानकर व्यक्ति से जानकारी ले ले।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन कैसा होना चाहिए? ( Vastu Shastra Ke Anusar Kitchen Kaisa Hona Chahiye) के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की है।

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