वास्तु शास्त्र के अनुसार नटराज की प्रतिमा क्या सही है?

Vastu Shastra Ke Anusar Natraj Ki Pratima Kya Sahi Hai: वास्तु शास्त्र के अनुसार आप अपने घरों में किसी प्रकार की वस्तु लाने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी ले लेनी चाहिए। ऐसा हम लोग सोचते हैं कि जो हम वस्तु लाते हैं वह तो निर्जीव है उसे लाने के पहले क्यों सोचना चाहिए?

लेकिन वास्तु शास्त्र यह कहता है कि वस्तु चाहे सजीव या निर्जीव हो किसी प्रकार की वस्तु लाने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी ले लेनी चाहिए क्योंकि वस्तु चाहे सजीव है या निर्जीव हो सभी में एक ऊर्जा होती है और उस उर्जा से आपका भाग्य उदय भी हो सकता है और आप के भाग्य को हानि भी हो सकती है।

Vastu Shastra Ke Anusar Nataraj Ki Pratima Kya Sahi Hai
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इसीलिए यदि आप अपने घरों में किसी भी वस्तु को लाते हैं तो पहले उस वस्तु के पीछे की संपूर्ण जानकारी हासिल कर ले। आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि नटराज की प्रतिमा सही है या नहीं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार नटराज की प्रतिमा क्या सही है? | Vastu Shastra Ke Anusar Natraj Ki Pratima Kya Sahi Hai

वास्तु शास्त्र के अनुसार किस तस्वीर को घर में नहीं लगाना चाहिए

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कुछ तस्वीरें को बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहिए। जैसे कि महाभारत युद्ध की तस्वीरें, नटराज की तस्वीर, फुव्वरा की तस्वीर, जंगली जानवरों की तस्वीर, ताजमहल की तस्वीर, कांटेदार वृक्ष की तस्वीर क्योंकि इन तस्वीरों को देखने से आपके मन में नकारात्मकता का वास होगा और आपके मन में नकारात्मक तक विकसित होने लगेगी।

जिस वजह से आपके साथ अच्छी घटना होना बंद हो जाएगी और बुरी घटना होना लगातार चालू हो जाएगी। कांटेदार वृक्ष की तस्वीर भी हमें कभी भी अपने घरों में नहीं लगाना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार हम अपने घर में जो भी तस्वीरें लगाते हैं चाहे वह भगवान की तस्वीर क्यों ना हो? उसका हमारे ऊपर अच्छा और बुरा प्रभाव दोनों ही पड़ता है।

आज के समय में हर व्यक्ति वास्तु शास्त्र के महत्व को समझने लगा है और वास्तु शास्त्र में बताए गए बातों को अपने जीवन में लागू भी करते हैं अपनाते हैं और मानते भी है।

आजकल सभी घरों में भगवान भोलेनाथ की मूर्ति या तस्वीर लगाई जाती है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हमें भोलेनाथ की तस्वीर नंदी के साथ ही रखना चाहिए। नंदी उनका वाहन है और जो भी बात आप नंदी के कानों में कहेंगे, वह सीधा व भोलेनाथ के पास पहुंच जाएगी, तो भोलेनाथ का तस्वीर या मूर्ति रखने से हम अपने जीवन में सफलता को लाने में हमारी मदद करती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप अपने घरों में भगवान भोलेनाथ की तस्वीर रखते हैं। तो अब जिस दीवाल पर भगवान भोलेनाथ की तस्वीर रख रहे हैं। वह दीवाल उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए या पूर्व दिशा की ओर होनी चाहिए। साथ ही साथ आप उस दीवाल की सफाई का भी नियमित ध्यान रखें क्योंकि भगवान भोलेनाथ को सफाई अत्यंत प्रिय है।

भगवान शिव का शिवलिंग हर घरों में पाया जाता है। हम भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग की भी पूजा करते हैं और हम भगवान भोलेनाथ का पूरे परिवार के साथ बने तस्वीर की भी पूजा करते हैं और वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।

घर में नटराज की मूर्ति क्यों नहीं रखनी चाहिए?

भगवान भोलेनाथ का ही रूप नटराज की मूर्ति है। लेकिन नटराज की मूर्ति वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें अपने घरों में रखने के लिए मनाही है।

ऐसा क्यों भगवान भोलेनाथ का ही रूप नटराज की मूर्ति है? लेकिन नटराज की मूर्ति वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें अपने घरों में रखने के लिए मना है ऐसा क्यों?

नटराज भगवान भोलेनाथ का ही स्वरूप है। इस स्वरूप में भगवान भोलेनाथ गुस्से में रौद्ररूप में नाच कर रहे हैं। जो भी व्यक्ति क्लासिक डांस सीखते हैं उनके लिए नटराज की मूर्ति बेहद ही खास होती है क्योंकि नटराज की मूर्ति को डांस या नृत्य कला को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।

इसलिए जो व्यक्ति नृत्य कला को महत्वपूर्ण मानते हैं वह नटराज की मूर्ति को भी पूजनीय मानते हैं और वे उन्हें अपने घरों में लेकर आ जाते हैं।

नटराज की मूर्ति में जो भगवान शिव का रूप है वह विनाश काल वाला रूप है क्योंकि इस रूप में भगवान शिव जी तांडव नृत्य कर रहे हैं। इस रूप में भगवान भोलेनाथ अत्यधिक क्रोध में है। इसलिए नटराज की मूर्ति को नकारात्मकता का स्रोत माना गया है। यदि कोई व्यक्ति अपने घरों में नटराज की मूर्ति को लगाता है, तो वह अपने घरों में नकारात्मक ऊर्जा को लाता है।

इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप किसी नृत्य कला के शिक्षक संस्थान में नटराज की मूर्ति को रखते हैं तो यह वहां के लिए अच्छा है क्योंकि यह नृत्य कला को विकसित करती है लेकिन यदि आप वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में यदि नटराज की मूर्ति को लगाते हैं तो यह बेहद ही हानिकारक है और आपके जीवन में नकारात्मकता को लाने वाला है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कभी भी नटराज की मूर्ति को नहीं लाना चाहिए क्योंकि इसके लाने से आपके घर में नकारात्मकता का वास हो जाएगा और यह भगवान शिव का रूद्र रूप है, क्रोध वाला रूप है। इसीलिए हमें इससेवास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कभी भी नटराज की मूर्ति को नहीं लाना चाहिए।

निष्कर्ष

वास्तु शास्त्र के अनुसार हमारा घर शांत और सुखमय वाला होना चाहिए क्योंकि हम कहीं से भी आए तो हमें अपने घरों में शांति का अनुभव होना चाहिए। इसीलिए हमें अपने घरों में उन मूर्तियों को लगाना चाहिए, उन तस्वीरों को लगाना चाहिए जिससे कि हमारे घरों में शांति सुख समृद्धि आए, ना कि क्रोध और नकारात्मकता का वास। इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में नटराज की मूर्ति का होना सही नहीं है।

इस आर्टिकल में हमने आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार नटराज की प्रतिमा क्या सही है? ( Vastu Shastra Ke Anusar Natraj Ki Pratima Kya Sahi Hai) के बारे में जानकारी प्रदान की है।

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